गोली मारी, हलाल करने की धमकी; अतीक अहमद और अशरफ का आतंक बयां कर रो पड़ी महिला
झलवा की रहने वाली इस महिला ने बताया कि किस तरह से उसके और उसके परिवार के ऊपर गोलियां बरसाकर माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा कर लिया था। परिवार को मारने की धमकी दी थी।
अतीक अहमद और उसके भाई की अशरफ की हत्या के बाद उसके जुल्म की कहानियां बाहर निकलने लगी हैं। इसी सिलसिले में जयश्री उर्फ सूरजकली नाम की एक महिला मंगलवार को सामने आई। झलवा की रहने वाली इस महिला ने बताया कि किस तरह से उसके और उसके परिवार के ऊपर गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ ने उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा कर लिया था। महिला के मुताबिक आज भी उसके शरीर पर गोलियों के निशान हैं। महिला ने बताया कि अतीक ने उससे कहा था कि अगर जमीन नहीं छोड़ी तो तुम्हें मुर्गी की तरह से हलाल कर देंगे। उन्होंने बताया कि यह मामला साल 2016 का है।
जमीन पर कब्जा करना चाहते थे
महिला ने बताया कि उनकी साढ़े बारह बीघा जमीन थी। इस कब्जा करने की नीयत से एक बिल्डर ने सोसायटी बनाई। इसके बाद यह लोग गांव में आए। उन्होंने कहा कि हमारे पति ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन गांववालों ने बहुत सपोर्ट किया। इसके बाद गांववालों की मदद से मुकदमा भी लिखवाया गया। महिला ने कहा कि कुछ दिनों के बाद चकिया के एक शख्स आए और कहने लगे कि चलो विधायक जी ने बुलाया है। इस पर हमें लगा कि विधायक जी ने बुलाया है तो हो सकता है मामले का कुछ हल निकालना चाहते हों।
करंट लगा भाई को किया टॉर्चर
सूरजकली ने बताया कि हम लोग मदद की आस लिए विधायक यानी अतीक के घर पहुंच गए। लेकिन मदद के बजाए वहां पर हम लोगों को डांट पड़ने लगी। महिला ने बताया कि विधायक यानी अतीक अहमद ने उससे कहा कि अगर अपनी और बच्चों की जान की हिफाजत चाहती हो तो जमीन पर कब्जा छोड़ दो और मुकदमा वापस ले लो। सूरजकली ने बताया कि अतीक ने यह भी कहाकि अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो तुम्हें उसी तरह से मार डालेंगे जैसे मुर्गी हलाल की जाती है। महिला के मुताबिक वह अपने भाई को साथ लेकर गई थी। अतीक के लोगों ने भाई के शरीर में करंट लगाकर उसे टॉर्चर किया।
पीठ में मारी गोली
महिला ने आगे बताया कि इसके बाद अतीक ने कहा था कि अदालत मेरे यहां लगती है। कोर्ट-कचहरी को हम यहीं बुला लेते हैं। इसके बाद उन्होंने कई गंदे शब्दों का भी इस्तेमाल किया। सूरजकली के मुताबिक किसी तरह से गिड़-गिड़ाकर, हाथ-पैर जोड़कर हमने वहां से अपनी जान बचाई। वह बताती हैं कि अगले दिन वह अपने दल-बल के साथ गांव में पहुंचे और उनकी जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। हमारे पुरखों की समाधि तक को खोदवा डाला। गाड़ी में खुद अतीक अहमद और अशरफ सवार थे। सूरजकली ने बताया कि उन्होंने हाथ में असलहे भी ले रखे थे। आते ही फायरिंग शुरू कर दी। मैं अपनी पोती को लेकर बैठी थी, उसे लेकर अंदर भागी। मेरी पीठ में गोली लगी। बेटे को पैर में गोली लगी। इसके बाद उमेश पाल और पूजा पाल पहुंचे और इलाज के लिए ले गए।
ओटी में भी खत्म करने की धमकी
महिला ने बताया कि जब गोली निकालने के लिए उनको ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया तो किसी का फोन आया। जिसके पास फोन आया था, वह कह रहा था कि बॉस का फोन आया है। साथ ही उसने यह भी कहा कि इसके शरीर से जो गोली निकले उसे गायब कर दो और इसको खत्म कर दो। महिला के मुताबिक उसने पूछा कि कौन से बॉस की बात कर रहे हो तो उसने अतीक का नाम लिया। उसने बताया कि इसके बाद वह सतर्क हो गई और कुछ दिन के बाद दूसरी जगह पर जाकर छिपकर अपना इलाज कराया। आगे महिला ने कहा कि अब वह सिर्फ इतना चाहती है कि उसे पूरी तरह से न्याय दिलाया जाए।
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