भूटान तक रेल लिंक, ट्रेड कॉरिडोर पर समझौता; चीन के इरादों पर पानी फेर देगा भारत?
भूटान के किंग जिगमे खेसर इन दिनों भारत में हैं। उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल और भारत के साथ हुई बातचीत के बाद कई अहम समझौते हुए हैं। इसमे भारत और भूटान के बीच रेल लिंक भी शामिल है।
भूटान और चीन के बीच सीमा समझौते की तरफ बढ़ रही बातचीत भारत को टेंशन देने वाली थी। हालांकि भारत और भूटान के संबंध पर चीन की वजह से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। भारत और भूटान के बीच व्यापार, तकनीक और सीमा पार परिवहन को लेकर कई ऐसे समझौते हुए हैं जो कि दोनों देशों के संबंध और मजबूत करेंगे। वहीं यह चीन के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। बता दें कि भारत और भूटान के बीच पहले रेल लिंक का सर्वे भी पूरा हो गया है। वहीं दोनों देश एक और रेल लिंक पर विचार कर रहे हैं।
चीन को झटका
भूटान के किंग जिगमे खेसर एक सप्ताह के भारत दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद दोनों ने संयुक्त बयान जारी करके नए समझौतों की अहमियत बताई। बता दें कि इन दिनों भूटान के रुख में बदलाव की चर्चा जोरों पर थी। बताया जा रहा था कि भूटान और चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद का हल निकालने में जुटे हैं और उन्हें सफलता भी मिलने वाली है। हालांकि अब भारत और भूटान के आगे बढ़ते संबंधों को देखकर कहा जा सकता है कि भूटान चीन के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं करेगा जिससे भारत का नुकसान हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिगमे खेसर को भूटान के विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा असम के कोकराझार से भूटान के गेलेफू के बीच बनने वाले रेल लिंक के फाइनल लोकेशन सर्वे पर दोनों देशों के बीच बात बन गई है। जल्द ही इस रेल लिंक का काम भी शुरू हो सकता है। इसके अलावा दोनों देशों ने पश्चिम बंगाल के बनारहाट से भूटान के सामत्से के बीच भी रेल लिंक बनाने पर विचार किया है। इससे भूटान और बांग्लादेश के बीच भी व्यापार आसान हो जाएगा।
भारतीय रेलवे ने शुरू कर दिया भारत-भूटान रेल लिंक पर काम
भारतीय रेलवे ने कोकराझार और गेलेफू के बीच 57 किलोमीटर में शुरुआती र्वे पूरा कर लिया है। इसके अलावा दोनों देशों ने व्यापार को और मजबूत करने के लिए दादगिरी चेकपोस्ट को अपग्रेड करने पर सहमति जताई है। साझा बयान में कहा गयाय कि भारत सरकार 12वीं और 13वीं पंचवर्षीय योजना के लिए भूटान को ब्रिज फाइनेंसिंग करेगा। भूटान के किंग ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।
भारत ने 2023-24 के बजट में दूसरे देशों की मदद के लिए जो बजट आवंटित किया है उसका सबसे ज्यादा फायदा भूटान को मिलता है। यह बजट कुल 2400 करोड़ का है जिसमें से 5408 करोड़ भूटान के लिए खर्च होना है। भूटान के लोगों की स्किल डिवेलपमेंट में भी भारत सहयोग करेगा। इसके अलावा असम के मेडिकल कॉलेजों में भूटान के छात्रों के लिए अतिरिक्त एमबीबीएस सीटें बढ़ाई जाएंगी। इसके अलावा वन्य जीव और पर्यावरण संरक्षण के लिए दोनों देश आपसी सहयोग बढ़ाएँगे। भूटान के किंग अब मंबई जाएंगे और कुछ बड़े भारतीय कारोबारियों के साथ बैठक करेंगे।
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