नौसेना के जंगी बेड़े की बढ़ेगी ताकत, मिग-29 की जगह लेंगे राफेल; 26 फाइटर जेट का ऑर्डर जल्द
विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत मिग-29 का संचालन कर रहे हैं। दोनों वाहकों पर परिचालन के लिए राफेल की जरूरत है। इसके लिए भारत ने फ्रांस सरकार को अनुरोध पत्र दिया है।
नौसेना की ताकत को मजबूत करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में भारत सरकार ने 26 राफेल समुद्री लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए फ्रांसीसी सरकार को अनुरोध पत्र दिया है। एएनआई की रिपोर्ट की मानें तो शीर्ष रक्षा सूत्रों ने बताया कि अनुरोध पत्र कुछ दिन पहले फ्रांसीसी सरकार को सौंप दिया गया है। फ्रांसीसी सरकार ने भारत के अनुरोध पर जल्द निर्णय लेने की बात कही है।
रिपोर्ट्स की मानें तो विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनाती के लिए संभवत: राफेल विमान की खरीद की जाएगी। भारतीय नौसेना और भारत सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए फास्ट-ट्रैक मोड में काम कर रही है। दोनों के बीच करार पर जल्द से जल्द हस्ताक्षर किए जाएंगे। भारतीय वाहक पोतों पर राफेल की तैनाती से हिंद महासागर क्षेत्र भारत की निगरानी और सुरक्षा और बेहतर हो पाएगी।
इस साल जुलाई में बैस्टिल डे परेड के लिए राजकीय अतिथि के रूप में भारतीय प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा से ठीक पहले रक्षा अधिग्रहण परिषद ने लगभग 5.5 बिलियन यूरो के विमान सौदे को मंजूरी दे दी थी। प्रस्ताव के मुताबिक, भारतीय नौसेना को चार ट्रेनर विमानों के साथ 22 सिंगल सीटेड राफेल मरीन विमान मिलेंगे।
विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत मिग-29 का संचालन कर रहे हैं। दोनों वाहकों पर परिचालन के लिए राफेल की जरूरत है। भारत फ्रांस से पैकेज के हिस्से के रूप में एस्ट्रा हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल सहित अपनी स्वदेशी मिसाइलों के एकीकरण का अनुरोध करेगा। इस कड़ी में राफेल का सौदा भारतीय सुरक्षा को और पुख्ता करेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।