प्लीज असम राइफल्स को न हटाएं, वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं; मणिपुर के कुकी विधायकों की पीएम मोदी से अपील
बीजेपी की राज्य इकाई ने पीएम मोदी को दिए ज्ञापन में कहा था, "जातीय अशांति के संबंध में और राज्य में शांति बनाए रखने में असम राइफल्स की भूमिका काफी आलोचना और सार्वजनिक आक्रोश के तहत रही है।"
कुकी समुदाय के दस विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से असम राइफल्स (एआर) को मणिपुर से न हटाने का अनुरोध किया है। हाल ही में, भाजपा की मणिपुर इकाई ने पीएम मोदी से जनता के हित में असम राइफल्स को "स्थायी रूप" से हटाने का और उनकी जगह किसी अन्य अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का अनुरोध किया था। भाजपा विधायकों ने कहा था कि राज्य में चल रही जातीय अशांति का सौहार्दपूर्ण समाधान लाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए जाएं। बीजेपी की राज्य इकाई ने पीएम मोदी को दिए ज्ञापन में कहा, "जातीय अशांति के संबंध में और राज्य में शांति बनाए रखने में असम राइफल्स की भूमिका काफी आलोचना और सार्वजनिक आक्रोश के तहत रही है।"
प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन में विधायकों ने कहा कि भारत का सबसे पुराना अर्धसैनिक बल असम राइफल्स अपनी स्थापना के बाद से ही देश की आंतरिक और बाहरी रक्षा में योगदान कर रहा है। दस कुकी विधायकों ने कहा, "आजादी से पहले और बाद में अपनी स्थापना के बाद से आंतरिक और बाह्य रूप से हमारी मातृभूमि भारत की रक्षा करने वाले सबसे पुराने सुरक्षा बलों असम राइफल्स (एआर) की विश्वसनीयता से हर कोई परिचित है। आज तक, असम राइफल्स अन्य केंद्रीय बलों के साथ मिलकर मणिपुर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से कड़ी मेहनत कर रही है।'' अपील करने वाले कुकी विधायकों में सात सत्तारूढ़ भाजपा से हैं।
एक दिन पहले 40 विधायकों ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि असम राइफल्स को वर्तमान तैनाती स्थल से स्थानांतरित करने की आवश्यकता है। पत्र में उन्होंने कहा था कि राज्य सुरक्षा बल के साथ-साथ ‘‘भरोसेमंद केंद्रीय सुरक्षा बल’’ शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए सभी खतरों को ‘‘निष्प्रभावी और नष्ट’’ करने को लेकर उसका (असम राइफल्स का) स्थान ले सकते हैं। इन 40 विधायकों में अधिकांश मेइती समुदाय से संबंध रखते हैं।
अब दस कुकी आदिवासी विधायकों ने कहा कि अब तक, असम राइफल्स मणिपुर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीएसएफ, आईटीबीपी, आरएएफ, सीआरपीएफ आदि जैसे अन्य केंद्रीय बलों के साथ संयुक्त रूप से कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा, “हम, मणिपुर के 10 आदिवासी विधायक विनम्रतापूर्वक आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं और आपके आशीर्वाद व तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं।”