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स्टालिन का ऐलान- वक्फ बिल के खिलाफ SC जाएंगे, अन्नामलाई बोले- मुसलमानों को गुमराह कर रही DMK

  • उन्होंने याद दिलाया कि 27 मार्च को विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें केंद्र सरकार से इस विधेयक को पूरी तरह से वापस लेने का अनुरोध किया गया था।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानFri, 4 April 2025 06:00 AM
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स्टालिन का ऐलान- वक्फ बिल के खिलाफ SC जाएंगे, अन्नामलाई बोले- मुसलमानों को गुमराह कर रही DMK

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने गुरुवार को विधानसभा में घोषणा की कि उनकी पार्टी वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी। यह विधेयक गुरुवार की सुबह लोकसभा में 288-232 के वोटों से पारित हुआ था, जिसके बाद विधानसभा में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मुख्यमंत्री स्टालिन और उनके सहयोगी विधायकों ने विधानसभा में काले बैज पहनकर विधेयक के विरोध में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि इस विधेयक का पारित होना संविधान पर हमला है और यह भारत में धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश है।

स्टालिन ने कहा, "भारत के अधिकांश राजनीतिक दलों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध किया था। यह निंदनीय है कि विधेयक को लोकसभा में पास कर दिया गया, जबकि इसका विरोध कई दलों ने किया। हालांकि विधेयक पास हो गया है, हमें इसके खिलाफ पड़े वोटों की संख्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह देश में साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है। DMK इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।"

उन्होंने याद दिलाया कि 27 मार्च को विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें केंद्र सरकार से इस विधेयक को पूरी तरह से वापस लेने का अनुरोध किया गया था। इस प्रस्ताव का समर्थन सभी दलों ने किया था, सिवाय बीजेपी के। 2 अप्रैल को संसद में इस विधेयक को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मुस्लिम समुदाय और वक्फ संस्थानों के संरक्षण की मांग की थी।

मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता

स्टालिन ने कहा, "तमिलनाडु राज्य अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों के संरक्षण में हमेशा अग्रणी रहा है। राज्य में धर्मनिरपेक्षता और साम्प्रदायिक सौहार्द कायम है, लेकिन वक्फ एक्ट, 1995 में प्रस्तावित संशोधन संविधान द्वारा अल्पसंख्यकों को दिए गए अधिकारों का उल्लंघन करते हैं और मुस्लिम समुदाय के हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं।"

AIADMK का समर्थन

तमिलनाडु के प्रमुख विपक्षी दल AIADMK ने भी DMK के साथ इस विधेयक के विरोध में समर्थन दिया। AIADMK विधायक एस.पी. वेलुमानी ने कहा, "हम DMK के इस मुद्दे पर उनके प्रयासों का समर्थन करेंगे।"

बीजेपी का विरोध

वहीं, तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने स्टालिन पर विधानसभा का उपयोग 'नाटक' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यह सब सिर्फ उनके अल्पसंख्यक वोट बैंक को बचाने के लिए किया जा रहा है। DMK इस मुद्दे को चुनावी हथियार बनाएगी और मुसलमानों को गुमराह करेगी।"

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