कभी पटरी पर सिलेंडर तो अब ट्रेन पर ही फायरिंग, खूब बनाया जा रहा रेलवे को निशाना
- आए दिन रेलवे ट्रैक और ट्रेनों पर हो रहे हमले की घटनाएं एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। हाल ही में एक ट्रेन के गार्ड पर ही फायरिंग का मामला सामने आया है।
हाल के दिनों में भारत में रेलवे ट्रैक और ट्रेनों पर हो रहे हमले की घटनाएं एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। कभी पटरियों पर गैस सिलेंडर रखे मिलते हैं, कभी लोहे की रॉड या अन्य भारी वस्तुएं। इस बार तो नंदनकानन एक्सप्रेस के गार्ड पर ही फायरिंग का मामला सामने आया है। पिछले मंगलवार को नई दिल्ली से पुरी जा रही इस ट्रेन के गार्ड महेंद्र बहेरा पर भद्रक स्टेशन के पास एक अज्ञात बदमाश ने फायरिंग की। गनीमत यह रही कि गार्ड सुरक्षित बच गए। घटना के बाद तुरंत रेलवे सुरक्षा बल ने स्थिति को संभाला और ट्रेन की सुरक्षा को कड़ा किया। जांच के लिए पुरी पहुंचने पर विशेषज्ञों को बुलाया गया है।
इसी प्रकार, हाल ही में कानपुर के पास कालिंदी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने रेल पटरी पर रखे एक रसोई गैस सिलेंडर को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। ऐसे कई और मामले भी सामने आ चुके हैं, जहां रेलवे पटरियों पर खतरनाक सामानों की मौजूदगी देखी गई है। कुछ महीने पहले झांसी के पास अहमदाबाद जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, और जांच में पाया गया कि पटरियों पर रखी गई भारी वस्तुएं इसके पीछे का कारण हो सकती हैं।
रेलवे पुलिस की प्राथमिक जांच में इन घटनाओं को एक बड़ी साजिश के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में एक पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्लाह गोरी का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उसने भारतीय रेलवे को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी। अधिकारियों का मानना है कि इन घटनाओं के पीछे आतंकवादी गतिविधियां हो सकती हैं।
इस बीच, राजनीतिक गलियारों में भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। बीजेपी ने कांग्रेस पर यह कहते हुए निशाना साधा है कि ये घटनाएं गोधरा कांड जैसी एक नई साजिश का हिस्सा हो सकती हैं। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि सरकार इन हादसों को रोकने में विफल रही है।