कैसे पता लगा तीन साल की बच्चियों से हुआ यौन उत्पीड़न, स्कूल जाने से ही डरती थीं
- महाराष्ट्र के बदलापुर में स्कूल की दो बच्चियों के साथ कथित यौन हिंसा के विरोध में गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक को जाम करके बैठे हुए थे। पुलिस ने उन पर हल्का बल प्रयोग कर तितर-बितर करने की कोशिश की।
कोलकाता कांड के बाद महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले ने पूरे देश को हिला दिया है। ठाणे के बदलापुर में इस घटना से गुस्साए लोग सड़कों और पटरियों पर उतर आए हैं। हजारों की संख्या में लोगों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन को जाम कर दिया और बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। महज तीन साल की अबोध बच्चियों से हुई इस घटना के खिलाफ कार्रवाई में देरी से भी लोग भड़के हैं। वहीं अब सरकार ने ऐक्शन तेज किया है और तीन पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। आरोपी स्वीपर अक्षय शिंदे को अरेस्ट कर लिया गया है और पॉक्सो ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। स्कूल के प्रिंसिपल, टीचर एवं एक अन्य कर्मचारी को भी सस्पेंड किया गया है।
इस मामले पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने ठाणे के पुलिस कमिश्नर से बात की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मैंने मामले को तेजी से आगे बढ़ाने और आरोपी पर बलात्कार के प्रयास और यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने को कहा है। मामले की गंभीरता को इससे समझा जा सकता है कि जिन मासूम बच्चियों के साथ यह घटना हुई, उन्हें पता तक नहीं था कि उनके साथ क्या दरिंदगी हो रही है। इस मामले का खुलासा तो तब हुआ, जब पीड़ितों में से एक बच्ची घर गई तो प्राइवेट पार्ट में दर्द की शिकायत की।
कैसे पता लगा बच्चियों के साथ हुई गंदी हरकत
उसने अपने परिजनों को बताया कि जब वह टॉयलेट गई थी तो आरोपी ने उसके निजी अंगों से छेड़छाड़ की थी। माता-पिता ने दूसरे बच्चों के माता पिता से संपर्क किया तो उन्हें भी घटना की जानकारी लगी और अपनी बच्ची के बदलते व्यवहार के बारे में समझ आया। इसके बाद डॉक्टर द्वारा जांच कराने पर पता चला कि बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है। यह पूरा मामला पुलिस के पास पहुंचा तो केस दर्ज करने में देरी हुई। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि अगर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पाई गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गुस्साए लोगों ने पुलिस पर भी की पत्थरबाजी
मंगलवार को गुस्साए अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों ने स्कूल पर धावा बोल दिया और तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन्होंने पास के ही रेलवे ट्रेक को भी जाम करने की कोशिश की। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। हालांकि पुलिस ने जल्दी ही पहुंच कर स्थिति को काबू में कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी 23 वर्षीय सफाई कर्मचारी है। पीड़ित बच्चियों की उम्र तीन और चार साल है। बच्चियों के साथ यह हरकत तब हुई जब वह स्कूल में शौचालय के लिए गईं। आरोपी को स्कूल ने 1 अगस्त 2024 को ही अनुबंध पर रखा था।
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