जलेबी वाले बयान पर टिके राहुल गांधी, बनारसी साड़ियों का दिया उदाहरण; भाजपा उड़ा रही मजाक
- गोहाना में एक रैली को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मशहूर जलेबी निर्माता मातुराम हलवाई का डिब्बा दिखाया और इस बात पर जोर दिया कि उनकी जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के जलेबी वाले बयान पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सोनीपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यहां कि जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए। उन्होंने जलेबी की फैक्ट्री लगाने की बात कही। इसको लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी का खूब मजाक उड़ाया। BJP ने तंज कसते हुए कहा कि क्या जलेबी फैक्ट्री में बनती है..? अब राहुल गांधी ने अपने बयान को विस्तार से समझाया।
शुक्रवार को एक लंबे ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा, "हाल ही में मैंने गोहाना की स्वादिष्ट जलेबियों के बारे में बात की और इसे बड़े पैमाने पर बेचने की संभावना पर जोर दिया। भारत में ऐसे 5500 क्लस्टर हैं, जहां छोटे उत्पादक हैं, जो अपने उत्पादों को दुनिया भर में बेच सकते हैं यदि उन्हें सही समर्थन मिले। इन्हें वित्त, तकनीक, नेटवर्क, ब्रांडिंग और बेहतर संगठन की नीतियों की जरूरत है। इस सहायता से दुनिया न केवल हमारी मिठाई का आनंद ले सकती है, बल्कि सोपोर के सेब, बल्लारी की जींस, कोल्हापुरी चप्पल, मेघालय के अनानास, बिहार के मखाने, मुरादाबाद के पीतल के बर्तन और बहुत कुछ का आनंद ले सकती है। बनारसी साड़ियों की वैश्विक सफलता इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि क्या संभव है।"
राहुल गांधी ने आगे लिखा, "भारत को तीव्र आर्थिक वृद्धि की आवश्यकता है जिससे सभी को लाभ हो, और एक अधिक उत्पादक अर्थव्यवस्था जो वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा कर सके। यह केवल हमारे छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाकर ही किया जा सकता है, न कि मोदीजी की तरह कुछ क्रोनी कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करके। इस तरह का समावेशी विकास ही करोड़ों औपचारिक नौकरियों का सृजन करने का एकमात्र तरीका है जिसकी भारत को युवा, शिक्षित और ऊर्जावान पीढ़ी की आकांक्षाओं को पूरा करने और भारत के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यकता है।"
उन्होंने लिखा, "हरियाणा और भारत में भाजपा ने अर्थव्यवस्था को फेल कर दिया है। उन्होंने करोड़ों लोगों को अनौपचारिक नौकरियों में धकेल दिया है और छोटे व्यवसायों को नष्ट करके लाखों लोगों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। उनकी एकमात्र रुचि अडानी द्वारा बड़े पैमाने पर उत्पादित उत्पादों में है! हरियाणा के लोग इसे अच्छी तरह समझते हैं। वे जल्द ही मोदीजी की पूंजीवादी नीतियों के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए अगला प्रहार करेंगे।"
गोहाना में एक रैली को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मशहूर जलेबी निर्माता मातुराम हलवाई का डिब्बा दिखाया और इस बात पर जोर दिया कि उनकी जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए और निर्यात की जानी चाहिए जिससे अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनकी (मातुराम) जलेबी दूसरे राज्यों में बिकती है और निर्यात भी की जाती है तो एक दिन उनकी फैक्टरी में 20,000-50,000 और लोग काम कर सकते हैं।’’
उन्होंने मौजूदा सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि बड़े उद्योगपतियों, खासकर अंबानी और अडानी को ऋण मिल रहे हैं, जबकि छोटे व्यवसायों, जैसे "जलेबी फैक्ट्रियों" को वित्तीय समर्थन नहीं मिल पा रहा है। इसके जवाब में बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के इस बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, "राहुल गांधी जलेबी की फैक्टरी को अमेरिका में स्थापित करने की बात कर रहे हैं... इससे पहले कि गोहाना की जलेबी अमेरिका भेजी जाए, यह समझना जरूरी है कि जलेबी बनती कैसे है...राहुल गांधी अपना होमवर्क नहीं करते हैं।"