निर्मला सीतारमण से GST पर सवाल फिर माफी, रेस्तरां मालिक का वीडियो वायरल; भड़के राहुल गांधी
- राहुल गांधी ने लिखा, 'जब कोयंबटूर में अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट जैसे छोटे बिजनेस का मालिक लोक सेवकों से सरलीकृत GST की मांग करता है, तो उसकी गुजारिश को अहंकार और घोर अनादर समझा जाता है।'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जुड़ा एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें कोयंबटूर के फेमस अन्नपूर्णा होटल के मैनेजिंग डायरेक्टर और रेस्तरां मालिक श्रीनिवासन जीएसटी पर सवाल पूछते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसे लेकर बाद उन्हें सीतारमण से माफी मांगनी पड़ी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट करके इस तरह के बर्ताव पर कड़ी नाराजगी जताई।
राहुल गांधी ने पोस्ट में लिखा, 'जब कोयंबटूर में अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट जैसे छोटे बिजनेस का मालिक लोक सेवकों से सरलीकृत GST की मांग करता है, तो उसकी गुजारिश को अहंकार और घोर अनादर समझा जाता है। मगर, जब कोई अरबपति मित्र नियमों में बदलाव चाहता है, कानूनों को बदलना चाहता है या राष्ट्रीय संपत्ति हासिल करना चाहता है तो मोदी जी उसके लिए लाल कालीन बिछा देते हैं।'
'अगर अहंकारी सरकार बात सुनती तो…'
कांग्रेस नेता ने कहा कि छोटे व्यवसायों के मालिक पहले ही नोटबंदी, बेकार बैंकिंग सिस्टम, जबरन कर वसूली और विनाशकारी जीएसटी की मार झेल रहे हैं। अब तो उनका अपमान भी किया जाने लगा है। राहुल ने कहा, ‘जब सत्ता में बैठे लोगों के नाजुक अहंकार को ठेस पहुंचती है, तो वे अपमान करना शुरू कर देते हैं। MSMEs बरसों से राहत की मांग कर रहे हैं। अगर यह अहंकारी सरकार लोगों की बात सुनती तो समझ आता कि सिंगल टैक्स रेट के साथ सरलीकृत जीएसटी से लाखों व्यवसायों की समस्याएं हल हो जाएंगी।’
श्रीनिवासन ने ऐसा क्या कहा दिया
दरअसल, तमिलनाडु होटल्स एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करते हुए श्रीनिवासन ने विभिन्न खाद्य पदार्थों पर असंगत GST दरों की आलोचना की। सार्वजनिक सभा में उनकी बात सुनकर लोगों की हंसी छूट गई। वह बता रहे थे कि कैसे जटिल टैक्स सिस्टम के चलते व्यवसायों और ग्राहकों के बीच भ्रम पैदा हो गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, 'आप देखिए कि बन पर कोई जीएसटी नहीं है। जब आप इसमें क्रीम डालते हैं, तो GST 18% हो जाता है। ऐसी स्थिति में ग्राहक अधिक टैक्स देने से बचने के लिए बन और क्रीम की अलग-अलग मांग रहे हैं।'