वास्तु से लेकर फोटो, पर्दे-फर्नीचर तक का चयन, इंदिरा भवन को सजाने में प्रियंका गांधी का क्या-क्या योगदान
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इंदिरा भवन के फर्नीचर से लेकर पर्दे का चुनाव और फोटो के चयन में भी काफी मशक्कत की है। पूरी बिल्डिंग में तस्वीरों के जरिए कांग्रेस के इतिहास को उकेरा गया है।
Congress New Office Indira Bhawan: देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नए मुख्यालय भवन का उद्घाटन किया गया है। कांग्रेस संसदीय दल की नेता और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज (बुधवार, 15 जनवरी को) फीता काटकर इसका औपचारिक उद्घाटन किया। यह मुख्यालय पांच मंजिला एक ग्रीन बिल्डिंग है, जिसमें 70 से ज्यादा कमरे हैं। एलएंडटी द्वारा निर्मित और हफीज कॉन्ट्रैक्टर द्वारा डिजाइन की गई इस इमारत का नाम 'इंदिरा भवन' रखा गया है। इसकी दीवारों पर 140 साल के गौरवशाली इतिहास को उकेरा गया है।
कांग्रेस पार्टी ने भी सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्वीट कर कहा है कि इंदिरा भवन 140 साल के इतिहास को अपने में समेटे हुए है। पार्टी ने लिखा है, “इंदिरा भवन- लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, धर्म निरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की नींव पर बना कांग्रेस का नया मुख्यालय। कांग्रेस के 140 साल पुराने गौरवशाली इतिहास को खुद में संजोए, यहां की दीवारें सत्य, अहिंसा, त्याग, संघर्ष और देश प्रेम की महागाथा बयां कर रही हैं। कांग्रेस एक नई ऊर्जा, एक नए संकल्प और एक नए विश्वास के साथ भारत के उज्जवल भविष्य को गढ़ने, लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने और न्याय का परचम लहराने के लिए तैयार है।”
इंटीरियर से लेकर पर्दे-फोटो तक का चयन
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने इंदिरा भवन को सजाने-संवारने और उसकी इंटीरियर डिजाइनिंग में प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने इस बिल्डिंग के आर्किटेक्ट के साथ मिलकर इस दफ्तर को अंतिम रूप देने में काफी मेहनत की है। बात चाहे नक्शे को अंतिम रूप देने की हो या बिल्डिंग के रंग-रोगन की या पांच मंजिले इमारत में किस फ्लोर पर किसकी तस्वीर कहां लगेगी, यह तय करना रहा हो, प्रियंका गांधी ने सभी फैसलों में अहम भूमिका निभाई है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इंदिरा भवन के फर्नीचर से लेकर पर्दे का चुनाव और फोटो के चयन में भी काफी मशक्कत की है। पूरी बिल्डिंग में तस्वीरों के जरिए कांग्रेस के इतिहास को उकेरा गया है। इंदिरा भवन की दीवारों पर जिन नेताओं की तस्वीरें लगाई गई हैं, उनमें गांधी परिवार से मतभेद रखने वालों से लेकर पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं तक को शामिल किया गया है। इनमें नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, प्रणब मुखर्जी और गुलाम नबी आजाद सरीखे नेताओं को भी तरजीह दी गई है।
किस मंजिल पर क्या?
सबसे ऊपरी मंजिल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी का ऑफिस है। चौथी मंजिल पर AICC महासचिवों के कार्यालय हैं, साथ ही युवा कांग्रेस, NSUI और महिला कांग्रेस जैसे पार्टी के प्रमुख संगठनों के प्रमुखों के लिए भी कमरे हैं। तीसरी मंजिल पर कोई केबिन नहीं है और ओपन ऑफिस बनाया गया है, जिसमें सचिव और प्रभारी बैठेंगे। दूसरी मंजिल पार्टी के विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों के लिए निर्धारित है, जबकि पहली मंजिल पर एक सभागार बनाया गया है।
ग्राउंड फ्लोर पर मनमोहन सिंह के नाम पर एक लाइब्रेरी, एक मीडिया ब्रीफिंग रूम और एक कैफेटेरिया है। इंदिरा भवन की हर दीवार ऐतिहासिक तस्वीरों से ढकी हुई है। अंदर का हिस्सा गोलाकार है... हर मंजिल पर एक अवधि को दर्शाया गया है- यानी 1885 से लेकर मोटे तौर पर 1920-25 तक, फिर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के वर्षों में जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी के दौर, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की सरकारों से लेकर वर्तमान तक का इतिहास तस्वीर समेत लगाया गया है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अंदर लगी तस्वीरों की संख्या 246 है। इनमें कांग्रेस के पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी की तस्वीर भी शामिल है, जो ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन में मौजूदा अध्यक्ष खड़गे की तस्वीर के बगल में रखी गई है।