पाकिस्तानी नागरिक ने 18 बार किया भारत दौरा, गौरव गोगोई की पत्नी से कनेक्शन; असम CM का दावा
- असम कैबिनेट ने पुलिस को आदेश दिया कि अली तौकीर शेख के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और यह जांच की जाए कि क्या उनका कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई से कोई संबंध था।
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असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुरुवार को विधानसभा में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि असम पुलिस द्वारा देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में दर्ज मामले के मुख्य आरोपी पाकिस्तान नागरिक अली तौकीर शेख ने 2010 से 2018 के बीच 18 बार भारत का दौरा किया था। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा के दौरान, शर्मा ने यह भी दावा किया कि मामले में प्रारंभिक जानकारी कांग्रेस के लिए ‘बहुत घातक’ है और इसका असम की राजनीति पर ‘बहुत बड़ा प्रभाव’ पड़ेगा।
SIT कर रही है जांच, अगस्त तक बड़े खुलासे का दावा
असम पुलिस ने सोमवार को अली तौकीर शेख और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी। मामले की जांच के लिए चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया, "SIT के गठन के दो दिन के भीतर हमें यह पता चला कि शेख ने नवंबर 2010 से नवंबर 2018 के बीच भारत में 18 यात्राएं कीं। जल्द ही यह भी स्पष्ट होगा कि उसे भारत में किसने आमंत्रित किया, उसे कहां ठहराया गया और उसने इन यात्राओं के दौरान क्या किया?" उन्होंने कहा कि यह मामला असम की राजनीति को अगस्त-सितंबर तक गंभीर रूप से प्रभावित करेगा। शर्मा ने यह भी कहा कि "हालांकि तौकीर खुद को एक जलवायु कार्यकर्ता बताता है, लेकिन ऐसा लगता है कि उसकी रुचि असम और भारत की आंतरिक राजनीति में अधिक थी।"
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी से जुड़े होने के आरोप
रविवार को असम कैबिनेट ने पुलिस को आदेश दिया कि अली तौकीर शेख के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और यह जांच की जाए कि क्या उनका कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई से कोई संबंध था और क्या यह भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कोई खतरा पैदा कर सकता है। एलिजाबेथ एक ब्रिटिश नागरिक हैं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि एलिजाबेथ गोगोई इस्लामाबाद में अपने कार्यकाल के दौरान लीड पाकिस्तान नामक गैर-लाभकारी संगठन का हिस्सा थीं, जिसे शेख ने स्थापित किया था। उन्होंने कहा कि दोनों लोग जलवायु एवं विकास ज्ञान नेटवर्क (CDKN) नामक एक वैश्विक जलवायु समूह के भी सदस्य रहे हैं, जो भारत और पाकिस्तान दोनों में काम करता है।
कांग्रेस का पलटवार, "आरोप आधारहीन"
मुख्यमंत्री के इस खुलासे पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। असम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया ने कहा कि उनकी पार्टी आधिकारिक जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया देगी। गौरव गोगोई ने पहले ही इन आरोपों को "बेबुनियाद और बदनाम करने की साजिश" करार दिया है। सैकिया ने कहा, "हम सही समय पर इस मामले में प्रतिक्रिया देंगे। कांग्रेस 1885 में अपनी स्थापना के बाद से कई उतार-चढ़ाव देख चुकी है, लेकिन हमेशा मजबूत रही है। यह बीजेपी ही है, जो अपने गठन के बाद से कई बार बदली है।"
NIA को सौंपी जा सकती है जांच
मुख्यमंत्री हिमंत ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी सौंपा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें अनौपचारिक रूप से पता है कि प्रारंभिक जांच में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिनका असर असम की राजनीति पर बहुत बड़ा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती जानकारी के अनुसार, तथ्य कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत घातक हैं। विधानसभा के अंदर खड़े एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में मैं यह बात कह रहा हूं। मैं असम विधानसभा से वादा करता हूं कि हम अली शेख के नेटवर्क को तोड़ देंगे। हमें तीन महीने का समय दीजिए और हम अगस्त सत्र में सब कुछ बता देंगे।’’
शर्मा ने कहा कि जांच के निष्कर्ष कुछ लोगों को ऐसी स्थिति में डाल देंगे कि वे बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘शेख जाहिरा तौर पर एक जलवायु कार्रवाई समूह में काम करता है। लेकिन उसके ट्वीट और सोशल मीडिया गतिविधियां असम के प्रवासियों को लेकर हैं। यह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का एक प्रयास है।’’ शेख के खिलाफ असम पुलिस के अपराध जांच विभाग (CID) ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है।
इसमें, भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालना, भारत में अपराध करने के लिए उकसाना और आपराधिक साजिश रचना, गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता जैसे आरोप लगाए गए हैं। अब सबकी नजरें SIT की जांच रिपोर्ट और अगस्त तक संभावित खुलासे पर टिकी हैं, जिससे असम की राजनीति में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है।