ओवैसी मुसलमानों के असली दुश्मन, वक्फ की संपत्ति हथिया ली; टी राजा ने कर दी एसआईटी की मांग
- गोशामहल से बीजेपी विधायक टी राजा ने कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन हैं और उन्होंने वक्फ की संपत्ति पर भी कब्जा कर लिया है। उन्होंने जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है।

वक्फ विधेयक को लेकर गोशमहल से बीजेपी विधायक टी राजा ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ की संपत्ति पर कब्जा कर रखा है और इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की जानी चाहिए। टी. राजा सिंह ने दावा किया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम देश में ‘जमीन जिहाद’ को रोकेगा।
रामनवमी के अवसर पर एक शोभा यात्रा को संबोधित करते हुए रविवार को भाजपा विधायक ने कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से 'जमीन जिहादियों' का मुश्किल समय शुरु हो गया है। उन्होंने कहा, 'जो लोग पहले किसी ज़मीन पर वक्फ़ का नोटिस चिपका कर, 'भूमि जिहाद' के नाम पर बोर्ड लगाते थे, वे अब ऐसा नहीं कर सकेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वक्फ़ (संशोधन) विधेयक पारित कर दिया है।'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को वक्फ़ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसे पिछले सप्ताह संसद के दोनों सदनों में तीखी बहस के बाद पारित किया गया था। इस मंजूरी के बाद इस विधेयक के कानून बनने का रास्ता साफ हो गया है> सिंह ने कहा कि जब भारत स्वतंत्र हुआ था तब वक्फ बोर्ड के पास 4,000 एकड़ ज़मीन थी। उन्होंने सवाल किया, 'फिर उनके पास 9,50,000 एकड़ ज़मीन कहां से आ गई?'
भाजपा विधायक ने कहा कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि यह संशोधित कानून उनकी ज़मीन नहीं छीनेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' नारे का हवाला दिया। सिंह ने यह दावा भी किया कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
सिंह ने कहा कि संशोधित वक्फ कानून के खिलाफ ओवैसी के सुप्रीम कोर्ट जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका में ओवैसी ने कहा है कि यह कानून वक्फ और हिंदू, जैन और सिख धर्म तथा धर्मार्थ न्यासों को प्राप्त कई अधिकारों को समाप्त कर देता है। राजा सिंह ने दावा किया कि "हर हिंदू की मांग" है कि भारत को "हिंदू राष्ट्र" घोषित किया जाए।
राम नवमी की शोभा यात्रा रविवार दोपहर शुरू हुई और देर रात तक चली। पुलिस ने सुनिश्चित किया कि शोभा यात्राएं शांतिपूर्वक सम्पन्न हों और इसके लिए करीब 20,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई तथा व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए गए। हैदराबाद शहर के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद ने ड्रोन और सीसीटीवी कैमरा फुटेज के माध्यम से स्थिति की निगरानी की और अधिकारियों को निर्देश दिए।
पुलिस की एक विज्ञप्ति में आनंद के हवाले से कहा गया, 'श्री रामनवमी शोभा यात्रा आयोजकों, अन्य सरकारी विभागों के अधिकारियों, श्रद्धालुओं और हैदराबाद की जनता के सहयोग से यह शोभा यात्रा शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। हैदराबाद शहर पुलिस की ओर से मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।'