बांग्लादेशी हिंदुओं को भारत आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए, असम सीएम का बड़ा बयान
- पिछले महीने असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि असम पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बांग्लादेशी हिंदुओं के भारत में आने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं की संख्या बहुत कम है और जो लोग आना चाहते थे, वे 40 साल पहले ही आ चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि हमें उन्हें भारत आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बांग्लादेश में सुरक्षा सुनिश्चित करने और वहां की स्थिति को स्थिर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। बांग्लादेश के हिंदू भी परिपक्वता से काम कर रहे हैं।"
असम सीएम ने यह भी दावा किया कि पिछले पांच महीनों में असम में किसी भी बांग्लादेशी हिंदू के आने की सूचना नहीं मिली है। मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) का मुद्दा गरम है।
पिछले महीने असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि असम पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद 16 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया, वे दक्षिण सलमार जिले की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि जांच के बाद पता चला कि पकड़े गए लोग बांग्लादेशी थे। अगस्त में पड़ोसी देश में अशांति शुरू होने के बाद से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में 192 से अधिक लोगों को असम से पकड़ा गया है जिन्हें बाद में वापस बांग्लादेश भेज दिया गया।