भड़काऊ भाषण के चक्कर में फंसे मिथुन चक्रवर्ती, दर्ज हो गई FIR; क्या बोली भाजपा
- मिथुन चक्रवर्ती पर पिछले महीने उत्तर 24 परगना जिले में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने का इल्जाम है।
अभिनेता से भाजपा नेता बने मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ कोलकाता के बिधाननगर पुलिस ने कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। मिथुन चक्रवर्ती पर पिछले महीने उत्तर 24 परगना जिले में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने का इल्जाम है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चक्रवर्ती के खिलाफ शिकायत 27 अक्टूबर को साल्ट लेक क्षेत्र में ईजेडसीसी में भाजपा के एक कार्यक्रम के दौरान उनके द्वारा दिए गए भाषण से संबंधित है, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यता अभियान के पश्चिम बंगाल चरण की शुरुआत के लिए आयोजित किया गया था। बिधाननगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने मामले की जांच शुरू कर दी है।”
हालांकि, मिथिन चक्रवर्ती ने इस पर खुद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने एफआईआर को बदले की राजनीति का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “उनके भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं है। यह पुलिस को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करके उन्हें डराने का प्रयास मात्र है।”
मिथुन चक्रवर्ती को इस वर्ष की शुरुआत में भारत के सर्वोच्च फिल्म सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। चक्रवर्ती ने 27 अक्टूबर को कहा था कि 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल का 'मसनद' (सिंहासन) भाजपा का होगा और उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी करने का वादा किया था। पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (ईजेडसीसी) में आयोजित कार्यक्रम में चक्रवर्ती ने कहा था, “2026 में मसनद हमारा होगा और हम इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”