Hindi Newsदेश न्यूज़Maldives stood with India in Colombo security council sent strong message Bangladesh made the distance

कोलंबो सम्मेलन में भारत के साथ खड़ा हुआ मालदीव, चीन को दे दिया कड़ा संदेश; बांग्लादेश ने बनाई दूरी

  • कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन सचिवालय की स्थापना में मालदीव भारत के साथ खड़ा दिखाई दिया। हिंद महासागर की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के साथ आकर मालदीव ने बता दिया है कि इस मामले में वह भारत के अलावा किस और पर इतना भरोसा नहीं कर सकता।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तानMon, 2 Sep 2024 01:38 PM
share Share

हिंद महासागर में बढ़ती चुनौती का सामना करने के मालदीव भी भारत के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है। कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (CSC) सचिवालय की स्थापना के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, मालदीव, मॉरिशस और श्रीलंका के प्रतिनिधियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। हिंद महासागर में चुनौतियों से निपटने के लिए इन सभी देशों ने समझौते पर साइन किए। मालदीव ने हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत के साथ खड़े होकर चीन को कड़ा संदेश दिया है। हालांकि बांग्लादेश में इसमें शामिल नहीं हुआ। बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बाद अंतरिम सरकार बनी है।

कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में भारत, श्रीलंका, मालदीव और मॉरिशस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल हुए। बांग्लादेश को सीएससी में पांचवें देश के तौर पर शामिल किया गया है। कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ ऐक्शन, तस्करी और अपराध से निपटने, साइबर सिक्योरिटी और मानवीय सहायता को लेकर समझौते किए गए। सीएससी चार्टर पर श्रीलंका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सगाला रत्नायक, मालदीव के एनएसए इब्राहिम लतीफ, मॉरिश्स के श्रीलंका में हाई कमिश्नर हायमैंडोयाल डिलिम और भारत के एनएसए अजित डोभाल ने साइन किए। जबकि बांग्लादेश का कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था।

सीएससी में समझौता किया गया कि सभी सदस्य देश मिलकर ड्रग्स तस्करी, हथियारों की तस्करी और मानव तस्करी को रोकने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा आपस में सूचना साझा करके आतंकवाद और हिंसा से निपटने की कोशिश करेंगे। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक साइबर सिक्योरिटी का ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा CSC में कपैसिटी बिल्डिंग, संयुक्त अभ्यास और कौशल विकास के कार्यक्रमों को चलाने पर भी समझौता किया गया है। समुद्री प्रदूषण, सामुद्रिक सुरक्षा और अन्य मामलों पर भी आपसी सहयोग को लेकर सभी देशों ने समझौते पर साइन किए हैं।

मोहम्मद मुइज्जू ने चीन को क्या दिया संदेश?

कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन का उद्देश्य सहयोगी देशों के सुरक्षा सलाहकार और उपसुरक्षा सलाहकारों के बीच संवाद स्थापित करना है ताकि वे मिलकर काम कर सकें। सीएससी सचिवालय कोलंबो में ही होगा और यहां एक महासचिव नियुक्त किया जाएगा। CSC में शामिल होकर मोहम्मद मुइज्जू ने संकेत दे दिया है कि बात जब हिंद महासागर की आती है तो सुरक्षा के लिए मालदीव भारत से ज्यादा किसी और देश पर यकीन नहीं करता। बता दें कि हिंद महासागर में चीन का अतिक्रिमण चिंता का विषय बना हुआ है। ऐसे में सीएससी समुद्री सुरक्षा के लिहाज से चीन के लिए चिंता की वह भीबन सकता है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें