'17 साल से बात नहीं की उससे, ना ही गई घर'; कोलकाता कांड के आरोपी संजय रॉय की बहन
- संजय रॉय को लेकर उन्होंने कहा कि जब वह छोटा था तो सामान्य बच्चों जैसा ही था। अब 17 साल हो गए हैं, इसलिए कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने कहा, 'वह पुलिस की नौकरी (सिविक वालंटियर) में था।'
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बलात्कार-हत्या मामले का मुख्य आरोपी संजय रॉय है। उसकी बहन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कुछ चौंकाने वाली बातें बताईं। उन्होंने कहा, '17 साल से उससे बात नहीं हुई, कोई आना-जाना नहीं है। बहुत साल से उसे देखा भी नहीं है, इसलिए कुछ नहीं कह सकते। मेरी शादी के लिए पिताजी राजी नहीं थे। उन्होंने कहा था कि अगर यह शादी होती है तो वे कोई संबंध नहीं रखेंगे। इसलिए, उसके बाद कोई रिश्ता नहीं रहा।'
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संजय रॉय को लेकर उन्होंने कहा कि जब वह छोटा था तो सामान्य बच्चों जैसा ही था। अब 17 साल हो गए हैं, इसलिए कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने कहा, 'वह पुलिस की नौकरी (सिविक वालंटियर) में था। इसलिए कभी उसकी दिन की शिफ्ट होती थी तो कभी रात की। इन दिनों मैंने उसे कभी नहीं देखा... झगड़े आदि को लेकर कभी कुछ सुनने में नहीं मिला।' उन्होंने कहा कि मुझे भी नहीं पता कि उसने ऐसा कुछ किया या नहीं। लेकिन, उसने ऐसा कुछ किया है तो संविधान जो भी सजा देगा वह मंजूर है। अगर उसने ऐसा किया है तो यह बहुत गलत है।
जानें कहां तक पहुंची जांच
मालूम हो कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। बताया गया कि रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई है। घटना के एक दिन बाद ही इस मामले में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, कोलकाता की विशेष अदालत ने इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफी टेस्ट की शुक्रवार को अनुमति दे दी। सीसीटीवी फुटेज और चिकित्सक के शव के पास ब्लूटूथ डिवाइस मिलने के बाद रॉय की गिरफ्तारी हुई थी। रॉय को कॉलेज के सेमिनार हॉल में प्रवेश करते हुए देखा गया था और वहीं पर डॉक्टर का शव मिला था। 33 वर्षीय रॉय 2019 में स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था। पुलिस ने आरोप लगाया है कि रॉय ने कम से कम चार शादियां की थीं। दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञों की टीम परीक्षण करेगी।