आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने बताया जान को खतरा, सुरक्षा की मांग को लेकर पहुंचे कोर्ट
- कोलकाता की महिला ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या का मामला गरमाया हुआ है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इसके विरोध में डॉक्टरों की ओर से शनिवार सुबह छह बजे से 24 घंटे की देशव्यापी सेवाएं बंद करने की घोषणा की है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. संदीप घोष ने सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने इसे लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। साथ ही, यह दावा किया कि उन्हें जान का खतरा है। इस पर अदालत ने राज्य से उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है। कोर्ट ने उनके वकील से एक अलग हलफनामा दायर करने के लिए भी कहा, जिसमें किसी और बात का जिक्र हो या कोई अन्य दावा किया गया हो।
मालूम हो कि कोलकाता की महिला ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या का मामला गरमाया हुआ है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इसके विरोध में डॉक्टरों की ओर से शनिवार सुबह छह बजे से 24 घंटे की देशव्यापी सेवाएं बंद करने की घोषणा की है। आईएमए ने शुक्रवार को कहा कि सभी आवश्यक सेवाएं बहाल रखी जाएंगी और हताहतों की संख्या पर भी नजर रखी जाएगी। हालांकि, नियमित ओपीडी बंद रहेंगी और वैकल्पिक सर्जरी भी नहीं की जाएंगी। यह सेवा वापसी उन सभी क्षेत्रों से हुई है जहां आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर सेवा प्रदान कर रहे हैं।
स्वास्थ्यकर्मी संग हिंसा होने के 6 घंटे के भीतर ऐक्शन
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ड्यूटी पर तैनात किसी भी स्वास्थ्यकर्मी के साथ हिंसा की घटना होने के 6 घंटे के भीतर संस्थागत प्राथमिकी दर्ज कराने की जिम्मेदारी संस्थानों के प्रमुखों की होगी। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल की ओर से ज्ञापन जारी किया गया। ज्ञापन के मुताबिक, हाल में यह देखा गया है कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं आम हो गई हैं। कई स्वास्थ्य कर्मियों को ड्यूटी के दौरान शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ता है और कई को धमकी दी जाती है या उन्हें अपशब्द कहे जाते हैं। इसमें कहा गया है कि अधिकतर मामलों में हिंसा मरीज या उनके तीमारदार करते हैं।