कोलकाता रेप-मर्डर केस को कपिल सिब्बल ने बताया आम घटना, धनखड़ बोले- कितने शर्म की बात है
- सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने एसबीसीए में एक प्रस्ताव पारित कर कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर मामले को लक्षणात्मक बीमारी बताते हुए कहा कि यह घटनाएं आम हैं, जिस पर उपराष्ट्रपति ने भड़कते हुए कहा कि यह कितने शर्म की बात है।
सु्प्रीम कोर्ट के वकील और राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल द्वारा कोलकाता रेप-मर्डर केस में की गई टिप्पणी पर उपराष्ट्रपति धनखड़ भड़क उठे। उन्होंने कहा कि इस बात से में दुखी हूं कि एक राज्यसभा सांसद ने महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को एक लक्षणात्मक बीमारी करार दे दिया है। यह कितने शर्म की बात है। दरअसल, कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं यहां पर उन्होंने कथित तौर पर एक प्रस्ताव जारी किया था, जिसमें उन्होंने कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए भयावह रेप और मर्डर की घटना को लक्षणात्मक बीमारी बताते हुए कहा था कि यह आम घटनाएं हैं।
इस बात पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई यह कैसे कह सकता है कि ऐसी घटनाएं आम हैं? कितनी शर्म की बात है। धनखड़ ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि ऐसी सोच की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह इतने ऊंचे पद के साथ अन्याय है कि उस पर बैठे किसी व्यक्ति ने ऐसी मानसिकता का परिचय दिया। हालांकि मुझे खुशी है कि बार के सदस्यों ने हमारी लड़कियों और महिलाओं के समर्थन में अपनी बात रखी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने यह प्रस्ताव रखकर साबित कर दिया कि उन्होंने किसी और के लिए नहीं बल्कि अपने स्वार्थ के लिए यह कदम उठाया है।
बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष ने भी साधा निशाना
सुप्रीम कोर्ट बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष आदीश सी. अग्रवाल ने कपिल सिब्बल पर घटना की गंभीरता को कम करने और चल रही जांच को प्रभावित करने के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। अग्रवाल ने पत्र लिखकर कहा कि यह प्रस्ताव कार्यकारी समिति की सहमति के बिना एकतरफा जारी किया गया था। यह बार एसोशिएसन का नहीं बल्कि कपिल सिब्बल का निजी विचार लगता है।
इससे पहले कपिल सिब्बल सु्प्रीम कोर्ट में इस मामले में कोलकाता की ममता बनर्जी सरकार का पक्ष रख रहे हैं। इस मामले को लेकर कई बार उनके व्यवहार को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं। न्यूज रिपोर्टों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में इस केस की सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल किसी बात को कहते हुए हंसने लगे तो सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने उनको फटकार लगाते हुए कहा कि किसी की मौत हो गई है और आप हंस रहे हैं। कपिल सिब्बल सु्प्रीम कोर्ट को जाने माने वकील और कांग्रेस के नेता हैं। यूपीए की सरकार के दौरान वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।