जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले BJP को झटका; सीनियर नेता ने दिया इस्तीफा, निर्दलीय लड़ने की धमकी
- चंद्रमोहन शर्मा ने कहा, 'टिकट के अनुचित वितरण को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष और गुस्सा है। वे अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।'
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के सिलसिले में टिकट वितरण को लेकर भाजपा के भीतर हंगामा जारी है। एक और बगावत के तहत सीनियर पार्टी नेता चंद्रमोहन शर्मा ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की धमकी दी। बीजेपी इस केंद्र शासित प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर असंतोष से जूझ रही है। जम्मू क्षेत्र के कई जिलों में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद पार्टी नुकसान की भरपाई में जुट गई है और उसने केंद्रीय मंत्रियों समेत कई वरिष्ठ नेताओं को स्थिति को शांत करने व असंतुष्टों को मनाने का जिम्मा सौंपा है।
‘तवी आंदोलन’ के संयोजक चंद्रमोहन शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘टिकट के अनुचित वितरण को लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष और गुस्सा है। वे अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक, मैं इससे दुखी होकर अन्य लोगों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे रहा हू।’ उन्होंने पार्टी आलाकमान के सामने टिकट वितरण के प्रस्ताव को अनुपयुक्त ढंग से पेश करने को लेकर प्रदेश पार्टी नेतृत्व की आलोचना की।
'जम्मू पूर्व के लोग करते हैं पूरा समर्थन'
पेशे से वकील चंद्रमोहन शर्मा 1970 के दशक में पार्टी (तब जनसंघ) से जुड़े थे। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लेगा। हालांकि, अगर वह जम्मू पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार बदलने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करता है, तो ठीक है। नहीं तो मैं उन कार्यकर्ताओं के आह्वान को स्वीकार करूंगा जो चाहते हैं कि मैं जम्मू पूर्व सीट से स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ूं।’ उन्होंने कहा कि जम्मू पूर्व क्षेत्र के लोग हमारा पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने तवी आंदोलन के दौरान हमारे साथ मिलकर काम किया है।’’
जनसंघ में शामिल हुए और कई बार जेल गए
चंद्रमोहन शर्मा ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि यहां डेरा डाले हुए सीनियर भाजपा नेता इस मामले पर कोई निर्णय लें।’ वह दशकों पहले जनसंघ में शामिल हुए और बतौर भाजपा कार्यकर्ता कई बार जेल भी गए। उन्होंने पार्टी की प्रदेश इकाई में वरिष्ठ नेता होने के बाद भी उपेक्षा किए जाने पर अफसोस प्रकट किया। केंद्रीय मंत्री जीके रेड्डी, जितेंद्र सिंह और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेता इस समय जम्मू में डेरा डाले हुए हैं। इन चुनाव में पार्टी के समक्ष उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए काम कर रहे हैं।