सेना के जवान की पत्नी ने 2 बच्चों को खुद से बांधा; नदी में लगा दी छलांग, अब तक लापता
- पुलिस अधिकारी ने बताया, 'राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लगाया गया है। हालांकि, महिला और उसके बच्चों का 24 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चला है।'
सेना के एक जवान की पत्नी ने अपने 2 बच्चों के साथ ब्रह्मपुत्र नदी में छलांग लगा दी। रिपोर्ट के मुताबिक, उसने ऐसा करने से पहले व्हाट्सऐप पर 'सॉरी बच्चों' लिखा था। पुलिस को डिब्रूगढ़ के बोगीबील पुल के टी-प्वाइंट के पास महिला और उसके बच्चों का कुछ सामान मिला है। उन्हें संदेह है कि यह आत्महत्या का मामला है। यह घटना रविवार शाम की बताई जा रही है। डिब्रूगढ़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिजल अग्रवाल ने आज इस मामले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या का स्पष्ट मामला है और पुलिस की ओर से इसकी जांच की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, 'राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लगाया गया है। हालांकि, महिला और उसके बच्चों का 24 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चला है।' स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने महिला को टी-प्वाइंट पर जाते देखा। उसने ब्रह्मपुत्र नदी में कूदने से पहले बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया। पीड़िता के पति अरुणाचल के लोअर सियांग जिले में भारतीय सेना के लिकाबली मुख्यालय में जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (GREF) अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कल शाम करीब 6 बजे इस घटना की जानकारी मिली। इसके तुरंत बाद वह डिब्रूगढ़ पहुंच गए।
'मुझे नहीं पता कि उसने ऐसा क्यों किया'
जीआरईएफ अधिकारी का नाम नागनाथ है जो महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। कुछ दिनों पहले ही लिकाबाली मुख्यालय में शामिल होने के बाद वह डिब्रूगढ़ शिफ्ट हुए थे। इस घटना को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उसने ऐसा कदम किस कारण से उठाया। अब तो ऐसा लग रहा है जैसे कि मेरी जिंदगी ही खत्म हो गई हो। मैंने अपना पूरा परिवार खो दिया है।' नागनाथ ने कहा कि उनके एक बच्चे की उम्र 7 साल थी और दूसरा 5 साल का था। उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी ने बच्चों की तस्वीरें कल पोस्ट की थीं। इनके कैप्शन में उसने जो शब्द लिखे, वे संदिग्ध मालूम होते थे। मैंने इसे लेकर उससे बात करने की कोशिश की, मगर उसने कोई जवाब ही नहीं दिया।'