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अमेरिका में छिपे भारत के दुश्मन! 12 कुख्यात गैंगस्टरों की लिस्ट तैयार, अब PM के दौरे पर निगाहें

  • भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अमेरिकी एजेंसियों के साथ इस मुद्दे पर सीधे संवाद स्थापित करने की कोशिश कर रही हैं, ताकि इन अपराधियों को भारत वापस लाकर उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तानTue, 11 Feb 2025 04:33 PM
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अमेरिका में छिपे भारत के दुश्मन! 12 कुख्यात गैंगस्टरों की लिस्ट तैयार, अब PM के दौरे पर निगाहें

गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देश के बाद भारत की शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों ने अमेरिका में मौजूद 12 कुख्यात गैंगस्टरों की सूची तैयार की है। इस सूची को इस सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान वाशिंगटन में संबंधित अधिकारियों के साथ शेयर किया जा सकता है। जब से डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा व्हाइट हाउस की कमान संभाली है, उसके बाद यह पीएम मोदी की पहली अमेरिका यात्रा होगी।

सूची में शामिल बड़े नाम

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सूची में अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बराड़ जैसे खतरनाक अपराधियों के नाम शामिल हैं। पहले से ही विदेश में छिपे अपराधियों की एक सूची मौजूद थी, लेकिन कुछ सप्ताह पहले केंद्रीय एजेंसियों को विशेष रूप से अमेरिका में मौजूद अपराधियों की सूची तैयार करने और उनके खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी एक साथ इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया था।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि "गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद, इन 12 अपराधियों की सूची तैयार की गई और उनके आपराधिक डोजियर अटैच किए गए हैं। साथ ही, भारतीय एजेंसियों द्वारा उन्हें वापस लाने के लिए किए गए प्रयासों का भी उल्लेख किया गया है।" अधिकारी इस मुद्दे पर अमेरिका के सुरक्षा एजेंसियों से "सहज संवाद" की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे इन अपराधियों के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।

सूची में शामिल अन्य नामों में गोल्डी बराड़ के सहयोगी दरमनजोत सिंह काहलों उर्फ ​​दरमन काहलों, अमृतपाल सिंह, हरजोत सिंह, हरबीर सिंह, नवरूप सिंह, स्वर्ण सिंह उर्फ ​​फौजी, साहिल कैलाश रिटोली, योगेश उर्फ ​​बॉबी बेरी, आशु उर्फ ​​भानु प्रताप संभली और अमन सांभी भी शामिल हैं।

गैंगस्टरों की आपराधिक पृष्ठभूमि

अनमोल बिश्नोई कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई है। वह पिछले साल नवंबर में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे फर्जी दस्तावेजों के साथ यात्रा करते हुए पकड़ा था और तब से वह अमेरिका की जेल में बंद है। पिछले महीने मुंबई की एक विशेष अदालत ने अनमोल और दो अन्य वांछित अपराधियों के खिलाफ बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गैर-जमानती वारंट जारी किया था।

गोल्डी बराड़ को केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया है। वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड बताया जाता है। वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का अहम सदस्य है और पंजाब के फरीदकोट का रहने वाला है। 2017 में वह स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था और बाद में कैलिफोर्निया में बस गया।

दरमंजोत सिंह कहलों उर्फ दर्मन कहलों पंजाब के अमृतसर जिले के तलवंडी खुमान गांव का रहने वाला है। यह कनाडा स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के ऑपरेटिव लखबीर सिंह लंडा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच मुख्य कड़ी माना जाता है। वह हथियारों, विस्फोटकों और हेरोइन की तस्करी में सक्रिय रूप से शामिल रहा है।

अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत बल 2014 में अमेरिका गया था और वह जग्गू भगवानपुरिया गैंग का सदस्य है। रिपोर्ट के अनुसार, वह पंजाब में गैंग की अवैध गतिविधियों को अपने स्थानीय नेटवर्क के माध्यम से संचालित करता है। 2023 में उसने परमजीत सिंह पम्मा के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी मॉड्यूल स्थापित करने की कोशिश की।

पाकिस्तानी तस्करों से कनेक्शन

अमेरिका में बसे अधिकांश भारतीय गैंगस्टर पाकिस्तान के तस्करों से संपर्क में हैं और उनके माध्यम से भारत में नशे की तस्करी कर रहे हैं। ये गिरोह ड्रोन के जरिए सीमा पार से ड्रग्स की खेप भिजवाने के अलावा, समुद्री मार्ग से बड़ी मात्रा में हेरोइन और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। इसके अलावा, ये अपराधी अपनी लोकेशन छिपाने के लिए VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग कर रहे हैं और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से आपस में संपर्क करते हैं, जिससे इन पर नज़र रखना मुश्किल हो जाता है।

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भारत सरकार की रणनीति

इस सूची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान वाशिंगटन में संबंधित अधिकारियों के साथ साझा किया जा सकता है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अमेरिकी एजेंसियों के साथ इस मुद्दे पर सीधे संवाद स्थापित करने की कोशिश कर रही हैं, ताकि इन अपराधियों को भारत वापस लाकर उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। अगर बातचीत सफल रहती है, तो इन अपराधियों के अमेरिका से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज हो सकती है और भारत सरकार को अंतरराष्ट्रीय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में एक महत्वपूर्ण सफलता मिल सकती है।

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