पीछे हट गई चीन की सेना, अब दिवाली पर कराएंगे मुंह मीठा; सेना ने बताया सीमा का हाल
- भारत और चीन की सेनाएं लद्दाख में मोर्चे से पीछे हट गई हैं। अब दोनों देशों की सेनाएं अपनी उन परंपरागत चौंकियों पर ही तैनात रहेंगी, जहां 2020 में हुई झड़प से पहले होती थीं। सेना के सूत्रों ने कहा कि अब सीमा पर नियमित पेट्रोलिंग ही होगी।
भारत और चीन की सेनाएं लद्दाख में मोर्चे से पीछे हट गई हैं। अब दोनों देशों की सेनाएं अपनी उन परंपरागत चौंकियों पर ही तैनात रहेंगी, जहां 2020 में हुई झड़प से पहले होती थीं। सेना के सूत्रों ने कहा कि अब सीमा पर नियमित पेट्रोलिंग ही होगी। यह कदम दोनों देशों के बीच शांति काल की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। सैन्य सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाएं गुरुवार को दिवाली के मौके पर एक-दूसरे को मिठाई देंगी। पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं।
सेना के सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच कमांडर लेवल की बातचीत आगे भी जारी रहेगी। फिलहाल तनाव समाप्त हो गया है और दोनों देशों की चौकियां परंपरागत स्थानों पर पहले की तरह रहेंगी। इस तरह करीब 4 साल के बाद चीन और भारत के बीच सीमा पर हालात सामान्य हुए हैं। माना जा रहा है कि आगे दोनों देशों के रिश्ते थोड़े और सामान्य हो सकते हैं। भारत ने 2020 में हुई झड़प के बाद कड़ा ऐक्शन लेते हुए कई चीनी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी थी। इसके अलावा कई सेक्टरों में निवेश को भी नियंत्रित किया गया था।
अप्रैल 2020 में चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख के इलाके में अतिक्रमण करने की कोशिश की थी। इस पर भारतीय सेना ने सख्त ऐतराज जताया तो दोनों के बीच झड़प हो गई थी। इस खूनी झड़प में भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसमें चीनी सैनिक भी बड़ी संख्या में मारे गए थे, लेकिन इसका डेटा उसने सार्वजनिक नहीं किया था। चीनी सेना ने भी शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि अब दोनों देशों के सैनिक बॉर्डर पर सामान्य कामकाज में जुटे हैं। बता दें कि भारत सरकार ने 21 अक्टूबर को डिसइंगेजमेंट का ऐलान किया था। इस तरह करीब साढ़े 4 साल से चला आ रहा तनाव अब समाप्त हो गया है।