LAC पर पीछे हटने से पहले चीनी सैनिकों ने 'जय श्रीराम' के लगाए नारे? जानें वायरल वीडियो का सच
- रिपोर्ट के मुताबिक, सैनिकों के बीच रखी मेज पर नाश्ता और पेय पदार्थ नजर आ रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि वीडियो को दोनों पक्षों के बीच किसी बैठक के दौरान शूट किया गया होगा।
भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और डेपसांग में टकराव वाले 2 बिंदुओं से सैनिकों को पीछे भेज रहे हैं। बताया जा रहा है कि आज शाम तक यह प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, समझौता केवल टकराव वाली दो जगहों को लेकर हुआ है। बाकी क्षेत्रों के लिए बातचीत अभी चल रही है। सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद टकराव वाले दोनों बिंदुओं पर गश्त शुरू हो जाएगी। दोनों पक्ष अपने-अपने सैनिकों को हटाकर अस्थायी ढांचों को नष्ट कर देंगे। आखिरकार गश्त का स्तर अप्रैल 2020 से पहले के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। इस बीच, भारत और चीन के सैनिकों से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें चीनी सैनिक 'जय श्रीराम' का नारा लगाते दिख रहे हैं।
वायरल वीडियो को लेकर दावा है कि यह भारतीय और चीनी सैनिकों की डिसइंगेजमेंट के वक्त का है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स का कहना है कि चीन के सैनिकों ने एलएसी पर पीछे हटने से पहले 'जय श्रीराम' के नारे लगाए। एक शख्स ने फेसबुक पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का नतीजा देखिए। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सेना को पीछे हटाना शुरू कर दिया है। डेमचोक और डेपसांग में विवादित जगहों से सैन्य वापसी हो रही है। इस दौरान चीनी सैनिकों ने 'जय श्रीराम' के नारे भी लगाए।' आखिर सच्चाई क्या है? क्या सच में ऐसा हुआ या फिर यह दावा गलत है? चलिए फैक्ट चेक के जरिए हम आपको बताते हैं।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान वायरल हुआ वीडियो
जांच के दौरान पाया गया कि भारतीय और चीनी सैनिकों का वायरल वीडियो पुराना है। जनवरी, 2024 से ही यह सोशल मीडिया पर मौजूद है। इससे साफ होता है कि LAC पर भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने से इसका कोई लेना-देना नहीं है। वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने से कुछ और जानकारियां सामने आईं। पता चला कि 22 जनवरी, 2024 को फेसबुक पर यही वीडियो पोस्ट किया गया था। इस वीडियो को लेकर इसी साल जनवरी में रिपोर्ट्स छपी हैं। इसके अनुसार, यह वीडियो 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में अभिषेक समारोह के दौरान वायरल हुआ था। वीडियो उस समय सामने आया, जब एलएसी पर चीन और भारत के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा था।
फैक्ट चेक में क्या निकलकर आया सामने
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सैनिकों के बीच रखी मेज पर नाश्ता और पेय पदार्थ नजर आ रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि वीडियो को दोनों पक्षों के बीच किसी बैठक के दौरान शूट किया गया होगा। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि कि वायरल वीडियो प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भी नहीं है। इसे 2023 में दिवाली के आसपास तीन महीने पहले सैनिकों के बीच रेगुलर मीटिंग के दौरान रिकॉर्ड किया गया होगा। हालांकि, सेना की ओर से अब तक इस वीडियो को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मगर, इतना तो साफ है कि 'जय श्रीराम' वाला वीडियो भारत और चीन के बीच डिसइंगेजमेंट के वक्त का नहीं है।
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