IIT गुवाहाटी में एक और छात्र ने की आत्महत्या, अकादमिक मामलों के डीन ने दिया इस्तीफा
- पुलिस ने मामले में कोई संदेहास्पद गतिविधि नहीं पाई है और इसे प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला बताया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी के अकादमिक मामलों के डीन केवी कृष्णा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा संस्थान में एक थर्ड इयर के छात्र की आत्महत्या के बाद छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बीच आया है। सोमवार को कंप्यूटर साइंस के एक छात्र का शव उसके हॉस्टल के कमरे में पाया गया था, जिसके बाद से छात्रों में नाराजगी फैल गई।
संस्थान के अधिकारियों के अनुसार, डीन ने मंगलवार रात को इस्तीफा सौंपा, लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। आईआईटी गुवाहाटी ने बुधवार को जारी किए गए बयान में कहा, "डीन का इस्तीफा प्राप्त हो चुका है और इस पर संस्थान के भीतर चर्चा चल रही है। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।"
इससे पहले छात्रों का विरोध तब शुरू हुआ जब उत्तर प्रदेश से आने वाले कंप्यूटर साइंस के थर्ड इयर के बीटेक छात्र का शव उसके हॉस्टल में मिला। पुलिस ने मामले में कोई संदेहास्पद गतिविधि नहीं पाई है और इसे प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला बताया है। यह इस साल आईआईटी गुवाहाटी में किसी छात्र की मौत का चौथा मामला है। इससे पहले 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश की एक 24 वर्षीय एमटेक छात्रा का शव उसके हॉस्टल में मिला था। पुलिस ने इस मामले की जांच को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है।
इसके अलावा, 10 अप्रैल को बिहार के एक 20 वर्षीय छात्र की भी हॉस्टल में मौत हो गई थी। संस्थान ने इसे आत्महत्या बताया था, लेकिन छात्र के माता-पिता ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे के साथ रैगिंग हुई और उसे मारा गया। उन्होंने मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की थी। वहीं 1 जनवरी को तेलंगाना से आई 21 वर्षीय छात्रा की भी मौत हो गई थी। वह नए साल के जश्न के दौरान वह बेहोश हो गईं और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ताजा मामले पर आईआईटी गुवाहाटी के बयान में कहा गया, "संस्थान को हाल ही में हुई छात्र की मौत से गहरा दुख है और वह छात्रों की चिंताओं को समझता है। सभी की भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम सभी के लिए एक सुरक्षित और सहायक माहौल प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।" संस्थान ने यह भी कहा कि छात्रों द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लिया जा रहा है और निदेशक ने मंगलवार को छात्रों के साथ व्यक्तिगत रूप से कई घंटों तक चर्चा की है। उन्होंने छात्रों की चिंताओं को ध्यान में लिया है और उनके समाधान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
आईआईटी गुवाहाटी ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए तत्काल उपायों की घोषणा की है, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, संकट में विशेषज्ञ काउंसलर्स की उपलब्धता और दीर्घकालिक सहायता शामिल हैं। संस्थान ने यह भी कहा कि एक व्यापक सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल की समीक्षा की जा रही है। साथ ही, संस्थान ने सहकर्मी सहायता समूहों की स्थापना की है, जहां छात्र सुरक्षित और गोपनीय वातावरण में अपनी समस्याएं साझा कर सकें और एक-दूसरे से सहयोग प्राप्त कर सकें।