पिता ने खेत बेचकर एजेंट को दिए 35 लाख, जंगलों में रहना पड़ा भूखा; US का डंकी रूट कितना खतरनाक
- रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 दिन पहले ही रवि दीवार फांदकर अमेरिका पहुंचा था। मगर, यहां भी उसे पकड़ लिया गया और निर्वासित करने का फैसला हुआ।
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हरियाणा में जींद के रहने वाले रवि अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने वालों में से एक हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि डंकी रूट से यूएस जाना कितना खतरनाक हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, रवि ने ट्रैवल एजेंट को करीब 35 लाख रुपये दिए थे। इसके बावजूद, यूएस पहुंचने के लिए उन्हें 220 दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ा। 26 साल के रवि को पनामा के जंगलों में भूखा रहना पड़ा। यहां उन्हें बंधक भी बना लिया गया था। रवि ने अमेरिका पहुंचने से पहले 10 देशों की यात्रा की और जंगलों में भी कुछ महीने बिताए।
रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 दिन पहले ही रवि दीवार फांदकर अमेरिका पहुंचा था। मगर, यहां भी उसे पकड़ लिया गया और निर्वासित करने का फैसला हुआ। रवि के भाई अमित ने बताया कि एजेंट ने उनसे 29 लाख रुपये लिए थे और कहा कि वैध तरीके से यूएस भेजेगा। उन्होंने कहा, 'हम लोग एजेंट की बातों में आ गए। रवि को पहले दुबई भेजा गया, जहां वह कई महीनों तक रहा। जब वह पनामा के जंगलों में पहुंचा तो कई दिनों तक खाना भी नहीं दिया गया। उसने 5-6 महीने काफी मुश्किलों में बिताए।'
'पिता ने खेत बेचकर इकट्ठा किया धन'
अमित ने बताया कि एजेंट ने उसे 6 लाख रुपये बाद में मांगे थे। हमें मजबूरन देना पड़ा, जिसके लिए मेरे पिता ने अपना खेत बेच दिया। कुछ पैसे उधार भी लेने पड़े थे और फिर यह धन एजेंट तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि रवि ने अपनी बीए की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। उसके साथ जो यह हुई घटना इसके पीछे तीन एजेंट (दीपक मलिक, रजत मोर और मनीष पंडित) शामिल हैं। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि अभी तक उनके पास इसे लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। पुलिस ऑफिसर ने कहा, 'अगर ऐसा हुआ है और शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।'