गोवा CM सावंत और स्वास्थ्य मंत्री राणे दिल्ली तलब, राज्य भाजपा में खटपट पर सख्त आलाकमान?
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात के उद्देश्य का अब तक खुलासा नहीं किया गया है लेकिन यह घटनाक्रम हाल ही में राणे द्वारा दिए गए बयान की पृष्ठभूमि में हुआ है। राणे ने एक जनसभा में कहा था कि प्रदेश में कम से कम 22,000 बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को भारतीय जनता पार्टी (BJP) आलाकमान ने सोमवार को नई दिल्ली तलब किया। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, सावंत और राणे को केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के लिए बुलाया गया है। सावंत से जब उनके दिल्ली दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने टिप्पणी से इनकार कर दिया लेकिन पार्टी नेताओं द्वारा उन्हें तलब किये जाने की अटकलों को नहीं नकारा गया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात के उद्देश्य का अब तक खुलासा नहीं किया गया है लेकिन यह घटनाक्रम हाल ही में राणे द्वारा दिए गए बयान की पृष्ठभूमि में हुआ है। राणे ने एक जनसभा में कहा था कि प्रदेश में कम से कम 22,000 बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।
मुख्यमंत्री सावंत ने मंत्री के बयान परकिसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा था कि सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर मुहैया कराएगी। माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने गोवा भाजपा में किसी भी तरह का विवाद या गुटबाजी से उपजे हालात को कंट्रोल करने के लिए हाँ दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया है।
राज्य में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले इस साल हुए लोकसभा चुनाव में गोवा की दो लोकसभा सीटों में से एक दक्षिणी गोवा सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार पल्लवी डेम्पो का नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था। भाजपा को लग रहा था कि इस सीट पर डेम्पो को जीताकर पार्टी कांग्रेस को उसके गढ़ में बड़ी मात देगी लेकिन ऐसा हो नहीं सका। इसके बाद पार्टी में खटपट की खबरें आनी शुरू हुईं। माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें कंट्रोल करने और आगामी रणनीति के लिए दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया है।