पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिया जाए भारत रत्न, तेलंगाना सरकार की केंद्र से मांग
- Former Prime Minister Manmohan Singh: तेलंगाना सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पास करते हुए केंद्र से मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने की मांग की। विपक्ष ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए। पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के लिए दिल्ली में स्मारक बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पास करने का आग्रह किया।
तेलंगाना सरकार ने केंद्र से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने का आग्रह किया है। सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान राज्य सरकार ने केंद्र से मनमोहन सिंह को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने का आग्रह किया गया। इसके अलावा भारत के आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉक्टर सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के प्रस्ताव को भी सदन ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। इस दौरान तेलंगाना राज्य के गठन में उनकी भूमिका को भी याद किया गया।
तेलंगाना विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री के निधन को लेकर शोक प्रस्ताव पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने डॉक्टर सिंह को एक दूरदर्शी,अर्थशास्त्री और एक महान नेता के रूप में याद किया। इसके साथ उन्होंने उदारीकरण, निजीकरण, और वैश्वीकरण नीतियों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को बदलने में पूर्व प्रधानमंत्री की भूमिका को भी याद किया।
सीएम रेड्डी ने कहा कि डॉक्टर सिंह ने देश को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित किया था। उन्होंने ऐसे समय में देश को संभाला था, जब हमारी माली हालत ठीक नहीं थी। सूचना का अधिकार और रोजगार गारंटी जैसे कानून उनकी स्थायी विरासत को दर्शाते हैं। इस दौरान मुख्य विपक्षी दल बीआरएस ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को पूर्ण समर्थन किया और देश के लिए मनमोहन सिंह के योगदान को याद किया।
प्रस्ताव पारित होने के बाद बीआरएस के नेता केटी रामाराव ने राज्य सरकार से मांग की कि वह केंद्र सरकार से दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का स्मारक बनाने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित करने करे। पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव भी तत्कालीन आंध्रप्रदेश और अब तेलंगाना से संबंध रखते थे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। इसके बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस पार्टी के बीच में खींचतान हुई। सरकार ने सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध में कराने की व्यवस्था की लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इसे डॉक्टर सिंह का अपमान करार दिया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीति तेज हो गई।