महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज आना चाहते थे एलन मस्क, किस गुरु के आश्रम में रुकना था
- इसी कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन आश्रम के आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने शुक्रवार को कहा कि जींस पहनने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन लोगों को अपनी जड़ों और संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए।
प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। देश-दुनिया के कई हिस्सों से आकर लोगों ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। एपल के सीईओ रहे स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन भी यहां पवित्र स्नान के लिए पहुंची थीं। वहीं, निरंजनी अखाड़ा के स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा है कि दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भी प्रयागराज में स्नान के लिए आना चाहते थे। कैलाशानंद गिरी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी लॉरेन से प्राप्त हुई थी।
इंडिया टुडे कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी ने बताया कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने महाकुंभ में आने की इच्छा जताई और उनसे कहा कि वह उनके कैंप में ठहरना चाहते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा, "मुझे टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का संदेश आया था। वह महाकुंभ में आना चाहते हैं और मेरे कैंप में रहना चाहते हैं। स्टीव जॉब्स की विधवा लॉरेन ने उन्हें इसके बारे में बताया।"
इसी कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन आश्रम के आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने शुक्रवार को कहा कि जींस पहनने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन लोगों को अपनी जड़ों और संस्कारों को नहीं भूलना चाहिए।
जींस पहनो, लेकिन जड़ों को मत भूलो
स्वामी चिदानंद ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक बच्चा जींस पहनकर महाकुंभ में उनके पास आया था। उसने उनसे पूछा कि क्या अब उसे अपनी पोशाक बदलनी चाहिए और जींस पहनना छोड़ देना चाहिए। इस पर उन्होंने कहा, "मैं इस बात की चिंता नहीं करता कि आप क्या पहन रहे हैं। जींस पहनिए, लेकिन मेरी चिंता यह है कि आपको अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। अपनी पहचान और संस्कारों को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यही मायने रखता है।"
स्वामी चिदानंद ने महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 66 करोड़ से अधिक भक्तों के संगम में स्नान करने का उल्लेख किया, जिसमें 55 लाख विदेशी श्रद्धालु भी शामिल थे।