बीआरएस नेता केटी रामा राव के खिलाफ अब दर्ज हुआ मनी लॉन्ड्रिंग का केस, HC ने गिरफ्तारी से दी राहत
- उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एन. श्रवण कुमार वेंकट बीआरएस नेता रामाराव द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें एसीबी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बीआरएस नेता और तेलंगाना के पूर्व मंत्री केटी रामा राव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। यह मामला हैदराबाद में आयोजित फॉर्मूला-ई रेस से जुड़े कथित अवैध भुगतान को लेकर दर्ज किया गया। इससे पहले, तेलंगाना हाईकोर्ट ने शुक्रवार को बीआरएस नेता के.टी. रामाराव को अंतरिम राहत देते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे फॉर्मूला-ई रेस मामले में 30 दिसंबर तक उन्हें गिरफ्तार नहीं करें।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एन. श्रवण कुमार वेंकट बीआरएस नेता रामाराव द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें एसीबी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया गया। एसीबी ने राज्य की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान हैदराबाद में फॉर्मूला-ई रेस के आयोजन में कथित अनियमितताओं को लेकर बृहस्पतिवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक रामाराव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की।
तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने हाल ही में इस मुद्दे पर रामाराव के खिलाफ एक मामला दर्ज करने की अनुमति दी थी। इस वर्ष की शुरुआत में सरकार ने सक्षम प्राधिकारी की कथित तौर पर मंजूरी के बिना फॉर्मूला-ई रेस से संबंधित समझौते में शामिल होने और 55 करोड़ रुपये का भुगतान को लेकर एक वरिष्ठ नौकरशाह से स्पष्टीकरण मांगा था। फॉर्मूला-ई ने हैदराबाद ई-प्रिक्स को रद्द करने की घोषणा करते हुए तेलंगाना की नयी सरकार पर अनुबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।
फॉर्मूला-ई रेस और भ्रष्टाचार के आरोप
गुरुवार को एसीबी ने केटी रामा राव, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार और सेवानिवृत्त नौकरशाह बीएलएन रेड्डी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इन पर फॉर्मूला-ई रेस के आयोजन के दौरान बिना अनुमति के विदेशी मुद्रा में भुगतान करने के आरोप हैं। तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने हाल ही में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति दी थी।