शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बॉर्डर पर पहली हाईलेवल मीटिंग, बांग्लादेशी घुसपैठ पर भी चर्चा
- India Bangladesh: शेख हसीना के तख्तापलट के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच सैन्य स्तर की पहली हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। हर साल दो बार होने वाली यह मीटिंग आखिरी बार मार्च 2024 में ढाका में हुई थी। इसके बाद इसके तय समय पर इसको कैंसिल कर दिया गया था।
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भारत और बांग्लादेश के बीच डीजी स्तरीय वार्ता 17 से 20 फरवरी के बीच होगी। शुक्रवार को जारी एक आधारिक बयान के अनुसार भारतीय बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के बीच यह बैठक बीएसएफ के हेडक्वार्टर में होगी। इस बैठक में कई मुद्दों जैसे कि सीमा पर बाड़ का निर्माण, बीएसएफ पर्सनल पर हमला और बांग्लादेशी घुसपैठ पर चर्चा होगी। पिछले साल, बांग्लादेश में शेख हसीने के गद्दी छोड़ने के बाद यह पहली शीर्ष स्तरीय बैठक होगी।
दोनों देशों के बीच 55 वीं डीजी स्तरीय इस बैठक में भारत की तरफ से बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी हिस्सा लेंगे, जबकि बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल मोहम्मद अशरफजमां सिद्दीकी करेंगे। इससे पहले इस बैठक को अक्तूबर में आयोजित किया जाना था लेकिन तब किन्हीं कारणों से इसे रद्द कर दिया गया था।
भारत और बांग्लादेश के बीच हर साल दो बार यह मीटिंग होती है। इसमें एक बार यह बांग्लादेश में की जाती है तो एक बार भारत में। आखिरी बार इस मीटिंग को मार्च 2024 में ढाका में आयोजित किया गया था, तब शेख हसीना बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में बांग्लादेश स्थित शरारती तत्वों या बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमले की रोकथाम, सीमा पार से होने वाले अपराधों को रोकने के तरीके, बाड़ लगाने, बांग्लादेश में भारतीय विद्रोही समूहों के खिलाफ कार्रवाई एवं सीमा पर इन्फ्रास्ट्र्क्चर से संबंधित मुद्दे, सीमा प्रबंधन योजना के प्रभावी लागू करने के लिए संयुक्त प्रयास, आपसी विश्वास के उपाय और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
दोनों देशों के बीच रिश्तों में उस वक्त तनाव आ गया था जब दिसंबर में दोनों पड़ोसियों ने एक-दूसरे के के उच्चायुक्तों को तलब किया। बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त के समक्ष, बाड़ लगाने और सीमा पर हत्याओं के मामले में बीएसएफ की ‘गतिविधियों’ पर अपनी चिंता व्यक्त की, वहीं भारत ने नई दिल्ली में नियुक्त कार्यवाहक बांग्लादेशी उच्चायुक्त को स्पष्ट कर दिया था कि बाड़ लगाने के दौरान सभी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।