Hindi Newsदेश न्यूज़Cracks in opposition unity in Assam over candidate selection in one assembly bye poll seat

असम उपचुनाव में सभी सीटों पर उतारे उम्मीदवार, कांग्रेस के फैसले से 16 दलों के विपक्षी गठबंधन में दरार

  • बुधवार को कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने ASOM के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उसी रात कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने जयंत बोरा को बेहाली सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया।

Amit Kumar हिन्दुस्तान टाइम्स, उत्पल पाराशर, गुवाहाटीThu, 24 Oct 2024 06:19 PM
share Share

असम में अगले महीने होने वाले पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव में 16 दलों वाले विपक्षी गठबंधन असम संमिलिता मोर्चा (ASOM) की चुनाव लड़ने की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। यह संकट तब उत्पन्न हुआ जब एक सीट के लिए उम्मीदवार चयन को लेकर गठबंधन में मतभेद सामने आए। बुधवार को कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने ASOM के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उसी रात कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने जयंत बोरा को बेहाली सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस सीट को ASOM के घटक दल सीपीआई (एमएल) को देने पर सहमति बनी थी, लेकिन कांग्रेस के इस कदम ने गठबंधन के भीतर दरारें पैदा कर दीं।

ASOM के दलों ने पहले ही पांच में से चार सीटें कांग्रेस को देने का निर्णय किया था और बेहाली सीट को सीपीआई (एमएल) के लिए छोड़ दिया था। हालांकि, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के फैसले के बाद अन्य 17 दलों ने बेहाली सीट पर अलग से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा, “ASOM की पांच-सदस्यीय समिति की सिफारिशों के अनुसार, मैंने बेहाली सीट का टिकट सीपीआई (एमएल) को देने की पूरी कोशिश की, लेकिन कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया कि हमें इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहिए। मेरा मानना है कि बीजेपी को हटाने के लिए हमें 'देने और लेने' की नीति पर विश्वास करना चाहिए।”

गुरुवार को गुवाहाटी में ASOM के दलों की बैठक के बाद, असम जातीय परिषद के अध्यक्ष और ASOM के महासचिव लुरिंज्योति गोगोई ने कहा, "कांग्रेस के विश्वासघात के बाद, ASOM के अन्य सभी दलों ने बेहाली सीट पर एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सीपीआई (एमएल) अपना उम्मीदवार उतारेगी और बाकी दल उनका समर्थन करेंगे। हमारे पास इसे जीतने का अच्छा मौका है। अभी तक चार अन्य सीटों पर उम्मीदवार उतारने का निर्णय नहीं लिया गया है।”

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, पार्टी के अंदर एक धड़ा, जिसमें अध्यक्ष बोरा भी शामिल थे, वे बेहाली सीट को सीपीआई (एमएल) को देने के पक्ष में थे। लेकिन सांसद गौरव गोगोई के जयंत बोरा के प्रति झुकाव के कारण केंद्रीय नेतृत्व ने सीट पर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया। जयंत बोरा पहले बीजेपी में थे। वे गुरुवार को ही कांग्रेस में शामिल हुए। असम में पांच विधानसभा सीटों, बेहाली, बोंगाईगांव, धलाई, सिदली और सामागुरी पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। ये सीटें तब खाली हुई थीं जब इन सीटों के मौजूदा विधायक इस साल की शुरुआत में लोकसभा के लिए चुने गए थे। इन उपचुनावों के परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

अगला लेखऐप पर पढ़ें