थानों के चक्कर लगाती रही गैंगरेप पीड़िता, FIR दर्ज करने में पुलिस की आनाकानी; कांग्रेस का आरोप
- कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा कि महिला को शिकायत दर्ज कराने के लिए एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर लगाने पड़े। इसमें पुलिस की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने ओडिशा की कटक पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दावा है कि 3 थाना क्षेत्रों की पुलिस ने गैंगरेप पीड़िता की शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। विपक्षी दल ने इसे बहुत चिंताजनक बताया और इसकी जांच की मांग की है। कटक-बाराबती से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा कि महिला को शिकायत दर्ज कराने के लिए एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर लगाने पड़े। इसे लेकर पुलिस की भूमिका की जांच होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि पीड़िता पुरी घाट थाना गई, फिर सदर थाना और बारंग थाने गई। आखिरकार बादामबाड़ी थाने में उसकी FIR दर्ज की गई।
अधिकारियों ने बताया कि छात्रा से कई बार सामूहिक दुष्कर्म करने और इस कृत्य का वीडियो बनाने को लेकर पीड़िता के प्रेमी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लड़की ने दावा किया कि वह अपना जन्मदिन मनाने के लिए दशहरा पर्व के दौरान अपने प्रेमी के साथ पुरी घाट थाना इलाके में एक कैफे में गई थी। उसने कहा कि प्रेमी ने वहां कैफे मालिक की मदद से अपने फोन में उनके कुछ अंतरंग क्षणों का वीडियो बना लिया। पुलिस ने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि उस वीडियो के सहारे प्रेमी और उसके दोस्तों ने लड़की को ब्लैकमेल किया। कई बार उससे दुष्कर्म किया गया। इस संबंध में शिकायत 4 नवंबर को दर्ज की गई और आरोपियों को अगले दो दिन में गिरफ्तार कर लिया गया।
'FIR दर्ज करने में देरी चिंताजनक'
फिरदौस ने इस घटना को लेकर शनिवार को पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस विधायक ने पत्रकारों से कहा, ‘जब पीड़िता आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने गई तो कटक में तीन थानों ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। मैंने पुलिस महानिदेशक से यह जांच करने का अनुरोध किया है कि प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गई।’ उन्होंने कहा कि FIR दर्ज करने में देरी चिंताजनक है। यह कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जवाबदेही के बारे में गंभीर चिंता पैदा करती है, खासतौर से जब महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बात हो।
'पीड़िता से अभी संपर्क नहीं हो पाया'
सोफिया फिरदौस ने दावा किया कि पीड़िता से अभी संपर्क नहीं हो पाया है। उन्होंने पीड़िता की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि घनी आबादी वाले कटक में इस तरह की घटनाएं पहले कभी नहीं हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर अब इस शहर में ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो यह चिंता की बात है।’ कटक के पुलिस उपायुक्त जगमोहन मीना ने कहा कि विधायक की ओर से लगाए आरोपों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हमें मामला दर्ज न करने के आरोपों के बारे में सबसे पहले विधायक से पता चला है। पुलिस निश्चित तौर पर मामले की जांच करेगी। हालांकि, न तो पीड़िता और न ही उसके परिवार के किसी सदस्य ने ऐसा आरोप लगाया है। पीड़िता सुरक्षित है।’