विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ न बोलें तो बेहतर, बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा आलाकमान की हिदायत
- बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस ने डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण और भाजपा पर हमले की अपनी साजिश में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया।’
भाजपा ने पार्टी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ बयान देने से बचने को कहा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी गई। बीजेपी आलाकमान की यह सलाह ऐसे समय आई है, जब भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख ने कांग्रेस में शामिल होने पर दोनों पहलवानों के खिलाफ सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि फोगाट और पूनिया ने कुश्ती में नाम कमाया और खेल से मशहूर हुए। अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनका नामोनिशान मिट जाएगा। मालूम हो कि विनेश और बजरंग पूनिया उन पहलवानों में से थे, जो बृजभूषण सिंह के खिलाफ पिछले साल धरने पर बैठे थे। उन पर कई युवा पहलवानों के शोषण का आरोप लगाया था।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'कांग्रेस ने डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण और भाजपा पर हमले की अपनी साजिश में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया। उन्होंने 2012 के WFI चुनाव में कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को हराया था, इसलिए वे उनसे रंजिश रखते हैं।' यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, 'वे चेहरे थे... वे मोहरे थे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस और कांग्रेस परिवार ने उन्हें मोहरों की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘यह सब भारतीय कुश्ती महासंघ पर नियंत्रण पाने और भाजपा व उसकी विचारधारा पर हमला करने के लिए रची गई साजिश थी...राहुल की यह टीम, कांग्रेस इस तरह का काम करती रहती है।’
बृजभूषण के खिलाफ विनेश और बजरंग ने किया था प्रदर्शन
विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पूनिया के साथ-साथ एक अन्य ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने आंदोलन का नेतृत्व किया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से 6 बार लोकसभा सदस्य रहे सिंह को WFI प्रमुख के पद से हटना पड़ा। वह अदालत में आपराधिक आरोपों का भी सामना कर रहे हैं। उनको पद से हटाए जाने के बाद उनके करीबी संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई का प्रमुख चुना गया। इस संस्था को अभी तक खेल मंत्रालय से मान्यता नहीं मिली है, जबकि कुश्ती की विश्व नियामक संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने इसका समर्थन किया है। शुक्रवार को फोगाट और पूनिया ने कहा था कि वे बृजभूषण सिंह के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। फोगाट ने बयान दिया था कि किसी भी महिला को वह सब न सहना पड़े, जो उन्हें सहना पड़ा है। कांग्रेस ने फोगाट को हरियाणा विधानसभा की जुलाना सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)