140 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं; क्या पेरिस पैरालंपिक्स में भारतीय एथलीट रचेंगे इतिहास? PM मोदी ने बढ़ाया मनोबल
- पीएम मोदी ने पेरिस में शुरू हो रहे पैरालंपिक खेलों के लिए भारतीय दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भारतीय एथलीटों को प्रेरित करते हुए कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं उनके साथ हैं और उनके साहस और दृढ़ता पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 अगस्त को पेरिस में शुरू हो रहे पैरालंपिक खेलों के लिए भारतीय दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भारतीय एथलीटों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं उनके साथ हैं और उनके साहस और दृढ़ता पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, "140 करोड़ भारतीय पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में हमारे दल को शुभकामनाएं दे रहे हैं। हर एथलीट का साहस और दृढ़ संकल्प पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हर कोई उनकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है।"
इस बार भारत पैरालंपिक खेलों में अपनी सबसे बड़ी टीम के साथ उतर रहा है, जिसमें कुल 84 एथलीट शामिल हैं। इस दल में टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत 50 एथलीट भी शामिल हैं। भारतीय एथलीटों के लिए पदक की प्रतियोगिताएं खेलों के पहले ही दिन यानी 29 अगस्त को शुरू होंगी। पैरालंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह 28 अगस्त को पेरिस में होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 अगस्त को भारतीय पैरालंपियनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की थी। इस बातचीत में उन्होंने तीरंदाज शीतल देवी, शूटर अवनी लेखरा, हाई-जम्पर मरीयप्पन थंगावेलु, और जैवलिन स्टार सुमित अंतिल जैसे एथलीटों को प्रोत्साहित किया और पेरिस में रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद जताई।
पेरिस ओलंपिक्स में मिश्रित प्रदर्शन के बाद, भारत पैरालंपिक खेलों से रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है। टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने 19 पदक जीते थे, जिसमें पांच स्वर्ण और आठ रजत पदक शामिल थे। 1968 में पैरालंपिक में पदार्पण के बाद से 2016 के रियो खेलों तक भारत ने कुल 12 पदक जीते थे लेकिन टोक्यो ने भारत की पैरालंपिक सफलता की तस्वीर को बदल दिया।
पेरिस पैरालंपिक में भारत 25 पदक की संख्या को पार करने और स्वर्ण पदकों की संख्या को दो अंकों में ले जाने की उम्मीद में है। यह पैरालंपिक भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण हो सकता है और पूरे देश की नजरें फिलहाल प्रतिभाशाली एथलीटों पर लगी हुई हैं।