Hindi Newsदेश न्यूज़bangladeshi terrorists wanted to target chicken neck to break india

भारत को तोड़ने की साजिश नाकाम, 'चिकन नेक' पर था बांग्लादेशी आतंकियों का निशाना

  • पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से गिरफ्तार अंसार अल इस्लाम के आतंकी चिकन नेक पर निशाना साधना चाहते थे। पता चला कि उनकी पूर्वोत्तर के सात राज्यों को देश के बाकी हिस्से को जोड़ने वाले एकमात्र मार्ग को निशाना बनाने की विशेष योजना थी, जिसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर भी कहा जाता है।

Ankit Ojha भाषाSat, 21 Dec 2024 02:37 PM
share Share
Follow Us on

हाल ही में गिरफ्तार आतंकवादी संगठन अंसार-अल-इस्लाम बांग्लादेश के आठ संदिग्ध सदस्य 'चिकन नेक' को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। 'चिकन नेक' पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने वाला गलियारा है। उन्होंने कहा कि वे सिलसिलेवार हमलों को अंजाम देकर और अस्थिरता फैलाकर सिलीगुड़ी गलियारे में बड़े पैमाने पर अव्यवस्था पैदा करना चाहते थे।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में गिरफ्तार किए गए आतंकवादी संगठन के दो संदिग्ध सदस्यों के पास से पेन ड्राइव और दस्तावेज बरामद किए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सुप्रतिम सरकार ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया था कि ये दोनों बंगाल, केरल और असम पुलिस द्वारा पकड़े गए आठ लोगों के समूह का हिस्सा थे।

उन्होंने कहा कि पूछताछ में पता चला कि उनकी पूर्वोत्तर के सात राज्यों को देश के बाकी हिस्से को जोड़ने वाले एकमात्र मार्ग 'चिकन नेक' को निशाना बनाने की विशेष योजना थी, जिसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर भी कहा जाता है। सरकार ने कहा कि राज्य पुलिस को संगठन के एक ‘स्लीपर सेल’ के बारे में सूचना मिली थी, जो अगस्त से सक्रिय था।

सरकार ने कहा था, "हमने अब्बास अली और मिनारुल शेख नामक दो संदिग्धों के पास से 16 जीबी की पेन ड्राइव, कुछ जिहादी दस्तावेज और नकली पहचान पत्र बरामद किए हैं। हमें संदेह है कि वे स्लीपर मॉड्यूल का हिस्सा थे, जिसका लक्ष्य दक्षिण और उत्तर बंगाल के संवेदनशील क्षेत्रों के साथ-साथ पूर्वोत्तर के सात राज्यों में अस्थिरता पैदा करना था।'' उन्होंने कहा, "वे मुर्शिदाबाद और अलीपुरद्वार जिलों में ठिकाने बना रहे थे, जहां उनकी साजिश पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में प्रमुख हिंदू नेताओं को खत्म करने और बांग्लादेश में 2015 में एक ब्लॉगर की हत्या जैसे हमले को अंजाम देने की थी।"

अगला लेखऐप पर पढ़ें