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बदलापुर के आरोपी को गोली मारने वाला पुलिस रह चुका है एनकाउंटर स्पेशलिस्ट! नए खुलासे

  • बदलापुर रेप केस के आरोपी को गोली मारने वाले पुलिसवाले को लेकर नए खुलासे हुए हैं। वह एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की टीम का हिस्सा रह चुके हैं। संजय शिंदे मशहूर 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' प्रदीप शर्मा की अगुआई वाली टीम का हिस्सा थे।

Jagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईTue, 24 Sep 2024 11:32 AM
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महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नर्सरी स्कूल की बच्चियों से बलात्कार के आरोपी को पुलिस ने सोमवार को एनकाउंटर में मार गिराया है। पुलिस के मुताबिक उसने एक कांस्टेबल की बंदूक छीनकर पुलिस अधिकारी पर गोली चला दी। इस गोलीबारी में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर नीलेश मोरे घायल हो गए हैं वहीं सीनियर इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने आरोपी पर जवाबी कार्रवाई की। जिसके बाद अस्पताल में आरोपी की मौत हो गई। अब संजय शिंदे को लेकर नए खुलासे सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक संजय शिंदे मशहूर 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' प्रदीप शर्मा की अगुआई वाली टीम का हिस्सा थे जो नेटफ्लिक्स की डॉक्यूसीरीज 'मुंबई माफिया: पुलिस वर्सेस द अंडरवर्ल्ड' में नजर आ चुके हैं।

सूत्रों ने बताया कि जब वह ठाणे क्राइम ब्रांच के एंटी-एक्सटॉर्शन सेल का नेतृत्व कर रहे थे तब वह प्रदीप शर्मा की टीम का हिस्सा थे। इस टीम ने 2017 में जबरन वसूली के एक मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के भाई इकबाल कासकर को ठाणे से गिरफ्तार किया था। प्रदीप शर्मा पर 2014 में रेगे नाम की एक मराठी अपराध थ्रिलर भी बनी थी। लेखक और पत्रकार एस हुसैन जैदी की 'द क्लास ऑफ 83' भी प्रदीप शर्मा और अन्य अधिकारियों द्वारा किए गए मुठभेड़ों पर आधारित है। प्रदीप शर्मा को गैंगस्टर छोटा राजन के करीबी सहयोगी रामनारायण गुप्ता के 2006 में फर्जी मुठभेड़ के मामले में इस साल की शुरुआत में बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोषी ठहराया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

संजय शिंदे से कई मामलों में हो चुकी है पूछताछ

वहीं संजय शिंदे मुंबई पुलिस में काम कर चुके हैं और अब राज्य सरकार द्वारा बदलापुर बलात्कार मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल का हिस्सा हैं। इससे पहले भी दो हत्या के आरोपी विजय पलांडे के 2012 में पुलिस हिरासत से भागने के बाद उनसे पूछताछ की गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक एक बार में शराब पीने के बाद दूसरे पुलिसकर्मी के साथ गोलीबारी करने के बाद संजय शिंदे के खिलाफ एक और जांच शुरू की गई। 2000 में वह एक अपहरण मामले में जांच के घेरे में आएं थे।

आरोपी के परिजनों ने की जांच की मांग

बदलापुर के आरोपी अक्षय शिंदे को अगस्त में गिरफ्तार किया गया था जब दोनों बच्चियों ने अपने माता-पिता को यौन उत्पीडन की सूचना दी थी। पुलिसवालों ने उस पर सोमवार को गोली चलाई जब अधिकारी अक्षय को उसकी पहली पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार और हमले के एक नए मामले में हिरासत में लेने के लिए तलोजा जेल गए थे। इस बीच विपक्ष ने सवाल उठाया कि हथकड़ी लगा हुआ व्यक्ति बंदूक कैसे छीन सकता है और आरोप लगाया है कि बलात्कार के आरोपी की मौत एनकाउंटर में हुई है। वहीं आरोपी के परिजनों ने कहा है कि यह एनकाउंटर नहीं हत्या है और कहा है कि आरोपी पटाखों से भी डरता था फिर वह बंदूक छीनकर हमला कैसे कर सकता है। महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है।

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