VIP सुनते नहीं हैं, कार में नहीं बैठने देते; सुरक्षा में लगे गार्ड्स ने जाहिर किया अपना दर्द
- मंगलवार को P&S यूनिट की बैठक हुई। यह यूनिट ऐसे VIP को सुरक्षा मुहैया कराती है, जिनकी जान को खरता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कई सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि VIP उनकी बात नहीं मानते हैं, जिसके चलते वह खतरे में पड़ सकते हैं।
मुंबई पुलिस के प्रोटेक्शन एंड सिक्युरिटी डिपार्टमेंट (P&S) की मंगलवार को बैठक हुई। इस दौरान VIP की सुरक्षा में लगे PSO यानी पर्सनल सेफ्टी ऑफिसर्स ने अपनी परेशानियां बयां की। उनका कहना है कि कई बार VIP उनकी बात नहीं मानते हैं। साथ ही उन्होंने साथ नहीं बैठने देने जैसी भी कई शिकायतें की। खास बात है कि यह बैठक ऐसे समय पर हुई जब कुछ दिन पहले ही NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या हुई थी।
मंगलवार को P&S यूनिट की बैठक हुई। यह यूनिट ऐसे VIP को सुरक्षा मुहैया कराती है, जिनकी जान को खरता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कई सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि VIP उनकी बात नहीं मानते हैं, जिसके चलते वह खतरे में पड़ सकते हैं।
अखबार ने सूत्र के हवाले से लिखा, 'सुरक्षा अधिकारियों को बताया जाता है कि उन्हें हर समय VIP के साथ रहना है। उदाहरण के लिए कुछ मामलों में VIP कई बार PSO को अपने साथ कार में नहीं बैठने देते। उन्हें डर होता है कि कई वह उनकी संवेदनशील बातें न सुन ले। वह उन्हें दूसरी कार में भेज देते हैं, जिसके चलते उनके वहां होने का मकसद पूरा नहीं हो पाता।'
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ मामलों में VIP अचानक किसी से मिलने का फैसला कर लेते हैं, जो पहले से तय नहीं था। ऐसे में जब PSO हस्तक्षेप करते हैं, तो कई बार VIP उनकी बात नहीं मानते और अपना काम करते रहते हैं। अखबार से बातचीत में एक सूत्र ने कहा, 'अगर सुरक्षा अधिकारी ज्यादा जोर देता है, तो VIP पुलिस से शिकायत कर उनका तबादला करा देते हैं।'
अखबार ने सूत्र के हवाले से बताया, 'बाबा सिद्दीकी के मर्डर के बाद PSOs को अपने निर्देशों पर अड़े रहने के लिए और शिकायतों के बारे में चिंता नहीं करने के लिए कहा है। उन्हें कहा गया है कि VIP की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, फिर भले ही VIP बात मानने के लिए तैयार न हो।' अधिकारियों का यह भी कहना है कि कई बार VIP सुरक्षा व्यवस्था को परिवार के कुछ सदस्यों के साथ या काम के लिए भेज देते हैं, जिससे जोखिम बढ़ जाता है।