बाबा सिद्दिकी के शूटर के लिए बना था मास्टरप्लान, नकली पासपोर्ट पर देश से भगाने की थी मंशा
बाबा सिद्दिकी मर्डर केस में पुलिस को एक चौंकाने वाली जानकारी मिली है। इसके मुताबिक एक शूटर को नकली पासपोर्ट के जरिए देश से बाहर भगाने की योजना बनाई गई थी।
बाबा सिद्दिकी के शूटर्स में से एक को देश से बाहर भागने के लिए नकली पासपोर्ट देने का वादा किया गया था। इस बात का खुलासा पुलिस ने किया है। इसके मुताबिक हत्या के मास्टरमाइंड ने एक शूटर से कहा था कि वह नकली कागजात के आधार पर उसके लिए पासपोर्ट बनवा देगा। इसके आधार पर देश छोड़कर बाहर भाग सकेगा। इसके अलावा 23 साल के शूटर गुरमैल सिंह को 50 हजार रुपए भी दिए गए थे। गुरमैल हरियाणा के कैथल का रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि उसके खिलाफ साल 2019 में भी हत्या का केस दर्ज हो चुका है।
पुलिस के मुताबिक गुरमैल को डर था कि बाबा सिद्दिकी की हत्या करने के बाद उसे सजा हो जाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक ऐसे में वह देश से बाहर भागना चाहता था। गौरतलब है कि गुरमैल सिंह और धर्मराज सिंह को पुलिस ने घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, उनका एक अन्य साथी वहां से भाग निकला था। पुलिस ने अभी तक मामले में कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें तीन मुख्य संदिग्ध शिवकुमार गौतम, शुभम लोणकर और जीशान अख्तर हैं। पुणे से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी, रुपेश मोहोल, करण साल्वे और शिवम कोहद को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
इन सबके बीच मुंबई क्राइम ब्रांच ने जीशान सिद्दिकी का बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक जीशान सीनियर पुलिस अधिकारियों से मिल तो रहे थे, लेकिन वह कुछ बोलने की हालत में नहीं थे। उन्होंने गुरुवार को पुलिस को सूचना दी कि अब वह पुलिस को बयान देने की हालत में हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें क्रॉफोर्ड मार्केट स्थित पुलिस मुख्यालय बुलाया और बयान दर्ज किया। जीशान सिद्दिकी ने अपने बयान में क्या कहा है पुलिस ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देने से मना कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल जांच नाजुक मोड़ पर है। इस बात की भी पुष्टि नहीं हो पाई है कि क्या जीशान ने किसी हमलावर की पहचान की है या नहीं।
बाबा सिद्दिकी को उनके बेटे जीशान सिद्दिकी के घर के बाहर गोली मार दी गई थी। यह घटना 12 अक्टूबर को बांद्रा में हुई थी। सिद्दिकी को मारने की साजिश जून के दूसरे पखवाड़े में रची गई थी। इसके लिए उत्तर भारत से हथियार मंगाए गए थे। पुलिस को शक है कि हत्या की सुपारी देने वाले वाले भी इसी इलाके में हैं।