मामला खत्म किया जाए, सीतारमण के साथ विवाद के बाद अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट की अपील
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से कोयंबटूर में जीएसटी पर आयोजित कार्यक्रम में रेस्टोरेंट मालिक का कथित रूप से अपमान के मामले को खत्म करने की अपील की गई है। यह अपील संबंधित रेस्टोरेंट ने की है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से कोयंबटूर में जीएसटी पर आयोजित कार्यक्रम में रेस्टोरेंट मालिक का कथित रूप से अपमान के मामले को खत्म करने की अपील की गई है। यह अपील संबंधित रेस्टोरेंट ने की है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन, विपक्षी अन्नाद्रमुक और सत्तारूढ़ द्रमुक के सहयोगी दलों सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। घटना को लेकर विवाद उत्पन्न होने के बाद अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट ने शनिवार शाम एक बयान जारी कर स्थिति को स्पष्ट किया। इसमें कहा गया कि कंपनी के प्रबंध निदेशक डी श्रीनिवासन ने गुरुवार को रेस्तरां और बेकरियों में अलग-अलग उत्पादन के लिए अलग-अलग जीएसटी दरों का मुद्दा उठाया था।
बयान में कहा गया कि सीतारमण के साथ बातचीत का वीडियो अगले दिन वायरल होने के बाद श्रीनिवासन ने स्वेच्छा से निजी तौर पर वित्त मंत्री से मुलाकात की। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई गलतफहमी या तथ्यों की गलत व्याख्या न हो। बयान में कहा गया है कि इस निजी बातचीत का वीडियो अनजाने में सोशल मीडिया पर साझा हो गया, जिससे बहुत गलतफहमी और भ्रम उत्पन्न हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भाजपा पदाधिकारियों की ओर से गलती से वीडियो साझा करने के लिए माफी मांगी है और वीडियो बनाने वाले के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है। इसके साथ ही हम अनावश्यक धारणाओं और राजनीतिक समझ को खत्म करना चाहते हैं।
श्रीनिवासन ने वित्त मंत्री के साथ बातचीत के दौरान मजाकिया लहजे में खाद्य वस्तुओं पर लगाए गए जीएसटी की अलग-अलग दरों का उल्लेख किया था। क्रीम बन पर बात करते हुए उन्होंने वित्त मंत्री से कहा था कि ‘मैडम, बन पर जीएसटी नहीं लगता है लेकिन क्रीम पर जीएसटी लगता है।’ उन्होंने मंत्री से कहा था, ‘अब ग्राहक कहते हैं, आप बन और क्रीम अलग-अलग लेकर आएं और हम क्रीम बन बना लेंगे।’ इस पर उपस्थित लोगों ने ठहाके लगाये थे। श्री श्रीनिवासन ने मंत्री से सभी खाद्य पदार्थों के लिए एक समान जीएसटी लगाने का अनुरोध किया था