जैसे रोम के जलने पर नीरो.. वक्फ ऐक्ट पर बंगाल में हिंसा के बीच ममता बनर्जी के गाने पर भड़के सुभेंदु
- Waqf Act violence in Bengal: पश्चिम बंगाल में वक्फ ऐक्ट को लेकर हुई हिंसा के बीच ममता बनर्जी का सोशल मीडिया पर मैं बंगाली में गाती हुई लिखकर लोगों को बंगाल दिवस की बधाई देने पर सुभेंदु अधिकारी ने तंज कसा है। उन्होंने सीएम की तुलना रोम के अंतिम राजा नीरो से की है।

पश्चिम बंगाल में वक्फ ऐक्ट को लेकर पहले मुर्शिदाबाद और फिर 24 परगना में हुई हिंसा से राज्य का राजनैतिक माहौल गरमा गया है। इसी बीच बंगाली नववर्ष और बंगला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर "मैं बंगाली में गाती हूं" लिखकर बधाई संदेश दिया। इस पोस्ट पर तंज कसते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुभेंदु अधिकारी ने सीएम की तुलना रोम के अंतिम राजा नीरो से करते हुए कहा कि जब रोम जल रहा था तब नीरो भी बांसुरी बजा रहा था। ऐसे ही जब राज्य में सांप्रदायिक हिंसा भड़क रही है तो आपका गाना स्वाभाविक है।
पश्चिम बंगाल में नेता सदन सुभेंदु अधिकारी ने तंज कसते हुए लिखा, "आप गाना तो गा रही हैं लेकिन आपके गाने की धुन बेसुरी हो गई है। लोगों को बधाई देने से पहले अगर दंगा करने वालों पर कार्रवाई की गई होती तो राज्य के नागरिक सुरक्षित महसूस करते।"
सुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार द्वारा पिछले साल से शुरू किए गए बंगला दिवस कार्यक्रम के फैसले को इतिहास मिटाने की कोशिश करार देते हुए लिखा कि आज कि आधुनिक भारत में पश्चिम बंगाल को भारत में शामिल करने के प्रयासों में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। क्योंकि 20 जून 1947 को बंगाल प्रांतीय विधान सभा में एक वोट से पश्चिम बंगाल राज्य की स्थापना का निर्णय लिया गया था। इसलिए 20 जून को ही पश्चिम बंगाल दिवस मनाया जाना चाहिए।
अधिकारी ने अगले साल होने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए कहा कि राज्य में अगले साल जून में पश्चिम बंगाल दिवस मनाया जाएगा।
राज्य का नाम पश्चिम बंगाल ही रहेगा
सुभेंदु अधिकारी ने सीएम ममता द्वारा राज्य का नाम बदलने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर हमला बोलते हुए लिखा, "आपकी (ममता बनर्जी) की राज्य का नाम बदलने की इच्छा कभी पूरी नहीं होगी। राज्य के नाम में पश्चिम जुड़ा ही रहेगा। क्योंकि पश्चिम शब्द इतिहास की खूनी यादों को याद दिलाता है, जिसे आप भुलाना चाहती हैं.. लेकिन दुर्भाग्य है कि आपकी राजनीतिक हरकतें उन दर्दनाक यादों को और भी ज्यादा ताजा कर रही हैं।"
आपको बता दें कि वक्फ ऐक्ट को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जबरदस्त हिंसा हुई थी। इसमें तीन लोगो की मौत हो गई थी। सीएम ममता ने लोगों को समझाते हुए कहा था कि राज्य में वक्फ ऐक्ट लागू नहीं किया जाएगा इसलिए सभी प्रदर्शनकारियों को कोई हिसां नहीं करनी चाहिए। सीएम ममता के आश्वासन के बाद ही राज्य में हिंसा हुई। विपक्षी पार्टियों ने ममता पर तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।