अगली पीढ़ियों को बचाना है तो... डोनाल्ड ट्रंप की नसीहत के बाद यूरोप में मची हलचल, क्या तैयारी
- डोनाल्ड ट्रंप की नसीहत के बाद नाटो के सेक्रेटरी जनरल मार्क रुट ने कहा कि यह ऐसा समय है, जब हमें वारटाइम माइंडसेट बनाना होगा। बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि यूरोप के देश अब डिफेंस पर खर्च बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की यह बात सही है कि हमें रक्षा खर्च में इजाफा करना होगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों यूरोप को नसीहत दी थी कि आखिर कब तक आप अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका पर निर्भर रहेंगे। आपको अपनी सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा और उसके लिए खर्च भी बढ़ाना होगा। उनकी इस नसीहत के बाद नाटो के सेक्रेटरी जनरल मार्क रुट ने कहा कि यह ऐसा समय है, जब हमें वारटाइम माइंडसेट बनाना होगा। बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि यूरोप के देश अब डिफेंस पर खर्च बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की यह बात सही है कि हमें रक्षा खर्च में इजाफा करना होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यूरोपीय देश सुरक्षा के लिए अमेरिकी सैन्य बल पर ही निर्भर रहे हैं और खुद खर्च नहीं करते। इसी पर बोलते हुए नाटो के सेक्रेटरी जनरल ने कहा कि ट्रंप की बात सही थी। मैं कहता हूं, 'यदि आपके बच्चे और फिर उनके भी बच्चे हैं। आप अपनी एक जीवनशैली और कल्चर के बारे में बात करते हैं। लोकतंत्र और मूल्यों की चर्चा करते हैं तो फिर उन्हें बनाए रखने के लिए सुरक्षा की भी चिंता करें।' यह पूछे जाने पर कि क्या डोनाल्ड ट्रंप की नसीहत से वह डर गए हैं। इस पर कहा कि ऐसा नहीं है, लेकिन उनकी बात तो सही है कि हमें आत्मनिर्भर बनना चाहिए।
उन्होंने यह भी साफ किया कि यूरोप की चिंता की वजह डोनाल्ड ट्रंप की नसीहत नहीं है बल्कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया है। व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में कहा था कि वह यूक्रेन को नक्शे से ही मिटा देंगे। इसी का जिक्र करते हुए रुट ने कहा कि पुतिन कहते हैं कि यूक्रेन को मिटा देंगे। यह चिंता की बात है और इसी पर हम विचार कर रहे हैं। वहीं ट्रंप को लेकर कहा कि हम उनकी बात को समझते हैं। हम इसलिए खर्च नहीं बढ़ाने जा रहे क्योंकि ट्रंप ने कहा है बल्कि उनकी बात सही है और यह हमारी जरूरत भी है।
उन्होंने ब्रसेल्स में एक थिंक टैंक की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यह समय ऐसा है, जब हमें वारटाइम माइंडसेट बनाना होगा। उन्होंने कहा कि नाटो में शामिल देशों को अपनी जीडीपी का कम से कम 2 फीसदी हिस्सा रक्षा खर्च के लिए अलग रखना होगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन तो अपनी जीडीपी का 3 फीसदी हिस्सा खर्च करने को तैयार है।