Hindi Newsदेश न्यूज़Abhinav Arora filed a petition against YouTubers said nothing against Sanatan will be tolerated

अभिनव अरोड़ा ने यूट्यूबरों के खिलाफ दायर की याचिका, बोले- सनातन के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं

  • एएनआई से बात करते हुए उनकी मां ज्योति अरोड़ा ने कहा कि अभिनव ने भक्ति के अलावा कुछ नहीं किया है और सवाल किया कि उसे इस तरह का उत्पीड़न क्यों सहना पड़ रहा है।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानSat, 21 Dec 2024 11:32 AM
share Share
Follow Us on

Abhinav Arora: 10 साल के आध्यात्मिक वक्ता अभिनव अरोड़ा के वकील पंकज आर्य ने सोशल मीडिया पर उनके मुवक्किल को ट्रोल करने के आरोप में यूट्यूबर्स के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मथुरा में शिकायत दर्ज कराई है। इन्फ्लुएंसर अभिनव अरोड़ा का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील पंकज आर्य ने शनिवार को कहा कि ट्रोलिंग मामले में अगली सुनवाई 3 जनवरी को निर्धारित की गई है। आर्य ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "आज कोर्ट में हमारी सुनवाई हुई। कानूनी कार्यवाही चल रही है। सुनवाई की अगली तारीख 3 जनवरी निर्धारित की गई है।"

केस से संबंधित अधिक जानकारी देते हुए आर्य ने कहा, "अभिनव अरोड़ा और सनातन धर्म के खिलाफ कुछ लोगों ने अभियान शुरू किया है। हम इसके खिलाफ कोर्ट आए हैं। हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे, चाहे हमें सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट ही क्यों न जाना पड़े। हमने इन यूट्यूबर्स के खिलाफ एफआईआर की मांग की है।"

इससे पहले अक्टूबर में अभिनव के परिवार ने आरोप लगाया था कि उन्हें लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से जान से मारने की धमकी मिली थी। एएनआई से बात करते हुए उनकी मां ज्योति अरोड़ा ने कहा कि अभिनव ने भक्ति के अलावा कुछ नहीं किया है और सवाल किया कि उसे इस तरह का उत्पीड़न क्यों सहना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया के ज़रिए हमें नीचा दिखाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अभिनव ने ऐसा कुछ नहीं किया है जिसकी वजह से हमें धमकियां मिल रही हैं। अभिनव ने भक्ति के अलावा कुछ और नहीं किया है जिसकी वजह से उसे इतना कुछ सहना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा, "हमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग से एक संदेश मिला जिसमें हमें धमकी दी जा रही थी कि अभिनव को मार दिया जाएगा। हमें एक कॉल आया जिसे मैंने मिस कर दिया। हमें आज उसी नंबर से एक संदेश मिला कि वे अभिनव को मार देंगे।"

दिल्ली में रहने वाले आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा का दावा है कि उनकी आध्यात्मिक यात्रा तीन साल की उम्र में शुरू हुई थी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें