2 या 4 नहीं, पाकिस्तान ने दागे 600 ड्रोन्स; भारत के 30 शहरों को बनाया निशाना
रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों को विफल कर दिया गया। अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा जैसे शहर निशाने पर थे।

पाकिस्तान ने 8 मई की रात भारत के कई शहरों में एक साथ ड्रोन हमले किए। सेना के सूत्रों ने बताया कि रात 8:00 बजे से 11:30 बजे के बीच 30 जगहों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के अलग-अलग शहरों को टारगेट पर लिया था। इस दौरान करीब 600 छोटे ड्रोन्स दागे गए। हालांकि, भारतीय सेना और वायु सेना ने पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को विफल कर दिया। इसके लिए एल70, जेडयू-23, शिल्का और आकाश सहित विभिन्न एंटी-मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।
सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान की ओर से ज्यादातर निहत्थे ड्रोन भेजने का मकसद नागरिकों में दहशत फैलाना या भारतीय सैन्य ठिकानों की खुफिया जानकारी जुटाना हो सकता है। मालूम हो कि भारत की ओर से 6-7 मई की रात सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट करना है। यह कार्रवाई 22 अप्रैल पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में है, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से 9 आतंकी ठिकानों (जैसे- बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और कोटली) पर सटीक हमले किए। भारत का कहना है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ केंद्रित, संयमित और गैर-उकसावे वाली थी, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया।
रक्षा मंत्री ने की हाई लेवल मीटिंग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का साफ कहना है कि भारत की संप्रभुता की रक्षा में कोई भी सीमा बाधा नहीं बनेगी और राष्ट्र ऐसी प्रतिक्रियाओं के लिए पूरी तरह से तैयार है। राजनाथ सिंह ने शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ शुक्रवार को बैठक कर राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य की व्यापक समीक्षा की। यह समीक्षा भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों को विफल किए जाने के एक दिन बाद की गई। बताया जा रहा है कि सुरक्षा संबंधी बदलते हालात से जुड़े हर पहलू पर बैठक में चर्चा की गई। बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह शामिल हुए।