वो शेर थे और मैं उनकी दहाड़, यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई; बाबा सिद्दीकी के हत्यारों को बेटे जीशान की ललकार
- Baba Siddiqui : जीशान ने लिखा कि मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है। मैं अभी भी निडर और अटूट हूं, उन हत्यारों ने एक की जान ली है लेकिन मैं उनकी जगह पर खड़ा हो गया हूं, यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और एनसीपी अजीत गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच जारी है। इसी बीच बाबा सिद्दीकी के विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पिता के हत्यारों को अपने शब्दों में चुनौती देते हुए कहा है कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। मैं अपने पिता की जगह पर खड़ा हुआ हूं।
जीशान ने एक्स पर लिखा कि उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया है लेकिन वह भूल गए कि वह एक शेर थे उनका बेटा उनकी दहाड को अपने भीतर रखता है। मैं उनकी लड़ाई को अपनी रगों में रखता हूं। वह जीवन भर न्याय के लिए खड़े रहे, बदलाव के लिए लड़े और अटूट साहस के साथ तूफानों का सामना किया।
अपनी पिता की मौत के बाद जीशान लगातार अपना दर्द और अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर दिखाते रहते हैं। पोस्ट में आगे जीशान ने लिखा कि जो लोग मेरे पिता की हत्या में शामिल हैं वह यह मानकर मुझ पर नजरें गड़ाएं हैं कि वे जीत गए हैं लेकिन मैं उनसे कह देना चाहता हूं कि मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है। मैं अभी भी निडर और अटूट हूं, उन हत्यारों ने एक की जान ली है लेकिन मैं उनकी जगह पर खड़ा हो गया हूं, यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। आज मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे- जिंदा, बिना थके हुए और तैयार.. मैं हमेशा बांद्रा ईस्ट के लोगों के साथ हूं।
इससे पहले भी जीशान ने अपने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा था कि बुजदिल डराया करते हैं अक्सर दिलेर को, धोखे से मार देते हैं गीदड़ भी शेर को।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अभी तक पुलिस 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात उनके बेटे जीशान के मुंबई स्थित ऑफिस के बाहर कर दी गई थी। बाद में उन्हें लीलावती हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका।