Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Supriya Sule hits back at the allegations of bitcoin scam says ready to debate with BJP

बिटकॉइन घोटाले के आरोप पर सुप्रिया सुले का पलटवार, बोलीं- BJP से बहस को तैयार

  • सुले ने यह भी कहा कि झूठी खबरों के सामने आने के बाद उन्होंने आज सुबह अपने वकील से परामर्श करने के बाद आपराधिक मानहानि का नोटिस भी भेजा है।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानWed, 20 Nov 2024 08:56 AM
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बिटकॉइन में हेराफेरी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि बीजेपी ने मुझसे पांच सवाल किए थे, जिनमें से पहला सवाल आरोपों के बारे में था। उन्होंने स्पष्ट किया कि आरोपों में उनका कोई हाथ नहीं है और यह उनकी आवाज नहीं है।

सुले ने कहा, "कल मैंने अपनी प्रतिक्रिया दी थी और बीजेपी के साथ किसी भी समय और कहीं भी बहस करने के लिए तैयार हूं। रविंद्रनाथ पाटिल खुद दो साल जेल में रहे हैं। मैंने पहले ही इन आरोपों के बारे में चुनाव आयोग और साइबर सेल को शिकायत दी है। मैंने पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से भी संपर्क किया और जांच और न्याय की मांग की है। उन्होंने मुझे न्याय का आश्वासन दिया है।"

सुले ने यह भी कहा कि झूठी खबरों के सामने आने के बाद उन्होंने आज सुबह अपने वकील से परामर्श करने के बाद आपराधिक मानहानि का नोटिस भी भेजा है।

भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले और राकांपा(एसपी) नेता सुप्रिया सुले के कथित ‘वॉयस नोट’ साझा कर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र चुनावों को प्रभावित करने के लिए ‘बिटकॉइन’ को नकदी में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा ने दावा किया कि इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव के संचालन पर गंभीर सवाल खड़ा होता है।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि इस घटनाक्रम ने विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) का पर्दाफाश कर दिया है और उन्होंने कांग्रेस तथा राकांपा (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार की बेटी एवं लोकसभा सदस्य सुले से जवाब मांगा।

सुले ने ‘‘धार्मिक मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी सूचना फैलाने की जानी-पहचानी रणनीति’’ के बारे में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले कहा, ‘‘हमने ‘बिटकॉइन’ के दुरुपयोग के फर्जी आरोपों के खिलाफ भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) और साइबर अपराध विभाग में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। इसके पीछे की मंशा और दुर्भावनापूर्ण तत्व पूरी तरह से स्पष्ट हैं...।

सुधांशु त्रिवेदी ने ऑडियो को साझा करते हुए कहा कि इसमें दो विपक्षी नेताओं की आवाज और ‘सिग्नल चैट’ उनके चुनाव प्रचार अभियान के कथित वित्तपोषण के लिए ‘बिटकॉइन’ लेनदेन पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि एमवीए को चुनावों में अपनी हार साफ दिख रही है। भाजपा ने दावा किया कि एक पूर्व आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी भी इस बातचीत में शामिल था।

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