Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Raj Thackeray increased BJP tension Ahead Maharashtra Assembly Poll demanded 20 seats also eyeing nephew Aditya and Mumbai urban seats

राज ठाकरे ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, असेंबली चुनाव में मांगी 20 सीटें; भतीजे आदित्य और मुंबई की सीटों पर भी नजर

Maharashtra Politics: राज ठाकरे भाभी शालिनी ठाकरे को वर्सोवा से और नितिन सरदेसाई को दादर-माहिम से उतार सकते हैं। साल 2006 में अविभाजित शिवसेना से अलग होकर राज ठाकरे ने MNS की स्थापना की थी।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईWed, 12 June 2024 07:41 PM
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लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को बिना शर्त समर्थन देने वाले राज ठाकरे ने अब आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी लंबी-चौड़ी मांग भाजपा के सामने रख दी है। इंडिया टुडे के सूत्रों के मुताबिक राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावों में भाजपा से 20 सीटों की मांग की है। इतना ही नहीं राज ठाकरे ने भतीजे आदित्य ठाकरे की विधानसभा सीट भी मांगी है, ताकि वहां से MNS कैंडिडेट खड़ा किया जा सके।

रिपोर्ट में कहा गया है कि MNS द्वारा जिन सीटों पर दावा किया गया है उनमें  अधिकांश सीटें मुंबई और मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) की विधानसभा सीटें हैं। इनमें वर्ली, दादर-माहिम, सेवरी, मगाठाणे, जागेश्वरी, वर्सोवा, घाटकोपर वेस्ट, चेंबूर, ठाणे, भिवंडी रूरल, डिंडोशी, कल्याण रूरल, नासिक ईस्ट, पंढरपुर, औरंगाबाद और पुणे की एक सीट भी शामिल है। माना जा रहा है कि राज ठाकरे अपने भतीजे आदित्य ठाकरे के खिलाफ वर्ली सीट पर संदीप देशपांडे को उतार सकते हैं।  आदित्य ठाकरे ने 2019 में वर्ली सीट से चुनाव लड़कर ठाकरे परिवार का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इससे पहले ठाकरे परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ा था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भाभी शालिनी ठाकरे को राज ठाकरे वर्सोवा से और नितिन सरदेसाई को दादर-माहिम से उतार सकते हैं। बता दें कि राज ठाकरे ने साल 2006 में अविभाजित शिवसेना से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थापना की थी। भाजपा ने 400 पार का लक्ष्य साधने के लिए हालिया लोकसभा चुनावों में राज ठाकरे के साथ गठबंधन किया था लेकिन राज ठाकरे की पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।

महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने सिर्फ 9 सीटें जीती हैं, जबकि सहयोगी शिवसेना (शिंदे गुट) ने सात और अजित पवार की एनसीपी ने सिर्फ एक सीट पर ही जीत दर्ज की है। भाजपा की सीटें 23 से घटकर 9 हो गई हैं। उधर विपक्षी इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस ने 13, उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 9 और शरद पवार की एनसीपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। एक निर्दलीय ने भी जीत दर्ज की थी। एनडीए गठबंधन की सीटें कम होने पर राज्य में एनडीए के घटक दलों के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है। इन्हीं चुनौतियों पर चर्चा के लिए भाजपा की प्रदेश इकाई ने 14 जून को मुंबई में जिला इकाई अध्यक्षों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।

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