कोल्हे हत्याकांड के मास्टरमाइंड इरफान का अपराध से पुराना नाता, पिछले साल ही दर्ज हुआ था रेप का केस
पीड़िता ने अगस्त 2021 में इंदौर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। विवाहित महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि इरफान और उसके दोस्त ने उसका अपहरण किया और उसे बुर्का पहनकर जबरन एक घर में रखा।
महाराष्ट्र के अमरावती में हुए कोल्हे हत्याकांड को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक उमेश कोल्हे हत्याकांड के मास्टरमाइंड इरफान पर पहले रेप का मामला दर्ज हो चुका है। मध्य प्रदेश के इंदौर में इरफान के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया था। आरोपों के चलते उसने 19 दिन जेल में भी बिताए थे।
पीड़िता ने अगस्त 2021 में इंदौर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। विवाहित महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि इरफान और उसके दोस्त ने उसका अपहरण किया और उसे बुर्का पहनकर जबरन एक घर में रखा। बाद में आरोपियों ने उसके साथ बलात्कार भी किया। पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने बताया, "अमरावती पुलिस ने इस संबंध में इंदौर पुलिस से बातचीत की और मामले की जानकारी हासिल की है।"
इरफान शेख रहबर (Rahbar) नाम से एक एनजीओ चलाता है। पता चला है कि इरफान ने ही कोल्हे को मारने का आदेश दिया था। उसने अपने एनजीओ में काम करने वाले चार आरोपियों को "टास्क" पूरा करने के लिए 10,000 रुपये और एक बाइक दी थी।
इस बीच, कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई है। इसमें पुष्टि हुई है कि उनकी मौत गर्दन के किनारे पर चाकू लगने से हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि घाव का माप 8 सेमी × 2 सेमी का था। घाव इतना गहरा था कि उनकी रीढ़ तक पहुंच गया था जिससे उनकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि 21 जून को तीन लोगों ने कथित तौर पर चाकू से उमेश कोल्हे पर हमला किया था। उमेश की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन किया था। नूपुर शर्मा ने टीवी पर एक बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पुलिस ने कोल्हे हत्याकांड में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले के सभी सात आरोपियों को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इन आरोपियों को सोमवार को अमरावती की एक अदालत में पेश किया गया था, जिसने ट्रांजिट रिमांड प्रदान की थी। आरोपियों को आठ जुलाई से पहले एनआईए की मुंबई की अदालत के समक्ष पेश किया जा सकता है।
आरोपियों में युसूफ खान के कोल्हे के साथ अच्छे संबंध थे। वे दोनों एक उसी व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य थे, जिसमें कोल्हे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट शेयर किया था। यूसुफ एक पशु चिकित्सक है जबकि कोल्हे पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट था। युसूफ ने कुछ महीने पहले कोल्हे से अपनी डिस्पेंसरी के लिए 1.50 लाख रुपये की दवाएं उधार ली थीं।
उमेश कोल्हे के बेटे संकेत कहते हैं, ''इसके अलावा, मेरे पिता ने दो साल पहले युसूफ को उसकी बहन की शादी के लिए एक लाख रुपये का कर्ज भी दिया था।'' कहा जा रहा है कि पोस्ट से कथित रूप से नाराज युसूफ ने कोल्हे की हत्या की साजिश रची।