विचारधारा एक है तो अलग क्यों रहें, छोटी पार्टियों के कांग्रेस में संभावित विलय पर बोले थरूर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ वर्षों में, कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ अधिक निकटता से जुड़ेंगे, या उसमें विलय करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर रविवार को छोटी पार्टियों के कांग्रेस में संभावित विलय पर कुछ वर्गों द्वारा व्यक्त विचारों के प्रति आशावान दिखे। थरूर ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''जहां तक छोटी पार्टियों के कांग्रेस के साथ गठबंधन या विलय का सवाल है, मुझे लगता है कि अगर विचारधारा एक ही है तो अलग रहने की क्या जरूरत है? देखते हैं कि क्या होता है।''
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ वर्षों में, कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ अधिक निकटता से जुड़ेंगे, या उसमें विलय करेंगे। उन्होंने 'इंडियन एक्सप्रेस' अखबार के साथ एक साक्षात्कार के दौरान भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में यह टिप्पणी की। थरूर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पवार और उद्धव ठाकरे से की गई अपील को ''निरर्थक'' बताया, जिसमें उन्होंने उनसे क्रमशः अजित पवार और एकनाथ शिंदे से हाथ मिलाने के लिए कहा है।
कांग्रेस नेता ने यह विश्वास भी जताया कि जो पार्टियां अब तक विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं हुई हैं, वे लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ऐसा करेंगी। शुक्रवार को एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को कांग्रेस के साथ ''विलय करके खत्म होने'' के बजाए उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से हाथ मिलाने की सलाह दी। शिंदे और अजित पवार ने क्रमश: 2022 और 2023 में अपनी-अपनी पार्टियों में बगावत कर दी थी।
शरद पवार ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि वह उन लोगों के साथ गठजोड़ नहीं करेंगे जो संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं, जो मोदी की वजह से खतरे में है।