अमरावती मर्डर का जश्न मनाने के लिए रखी थी 'बिरयानी पार्टी', एनआईए का बड़ा खुलासा
दोनों नए आरोपियों ने हत्या के लिए पैसे जुटाए और अन्य आरोपियों को पनाह दी। बुधवार को गिरफ्तार किए गए दो और लोगों के बाद मामले के संबंध में अब तक नौ को गिरफ्तार किया जा चुका है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को यहां एक विशेष अदालत को बताया कि अमरावती के फार्मासिस्ट की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए दो नए आरोपी हत्या का जश्न मनाने के लिए आयोजित "बिरयानी पार्टी" में मौजूद थे। एनआईए ने बुधवार को अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया था।
एनआईए ने अमरावती से गिरफ्तार किए गए आरोपी मौलवी मुशफीक अहमद (41) और अब्दुल अरबाज (23) को हिरासत में लेने की मांग करते हुए ये आरोप लगाए। आरोपियों को विशेष न्यायाधीश एके लाहोटी के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें 12 अगस्त तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
जांच एजेंसी ने अदालत को सूचित किया कि दोनों ने कथित तौर पर अन्य आरोपियों को अपराध करने के बाद पनाह दी थी। सूत्रों के मुताबिक, मौलवी मुशफीक अहमद और अब्दुल अरबाज पर संदेह है कि दोनों ने हत्या के लिए पैसे जुटाए और अन्य आरोपियों को पनाह दी। बुधवार को गिरफ्तार किए गए दो और लोगों के बाद मामले के संबंध में अब तक नौ को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एनआईए ने दावा किया कि हत्या के बाद जश्न मनाने के लिए एक "बिरयानी पार्टी" आयोजित की गई थी और मुशफीक और अब्दुल उसी पार्टी में मौजूद थे। एजेंसी ने आरोप लगाया कि मुशफीक ने हत्या के बाद कथित मास्टरमाइंड शेख इरफान के साथ फोन पर भी बात की थी। जबकि अब्दुल इरफान द्वारा संचालित संगठन के साथ ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। हत्या का कथित मास्टरमाइंड इरफान रहबर हेल्पलाइन नाम से एक स्वयंसेवी संगठन चलाता था।
रिमांड का विरोध करते हुए, आरोपी के वकील काशिफ खान ने तर्क दिया कि दोनों के खिलाफ लगाए गए आरोप लागू नहीं होते, क्योंकि वे आतंकवादी नहीं हैं। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद दोनों आरोपियों को 12 अगस्त तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट साझा करने के बाद कोल्हे की 21 जून को पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में हत्या कर दी गई थी।