कोर्ट में चल रही थी सुनवाई; अचानक फाइलों पर मंडराता दिखा सांप, मचा हड़कंप
- वकील ने बताया कि सांप पकड़ने वालों को बुलाया गया। उन्होंने पुरानी फाइल से भरे अदालत कक्ष और दीवारों व फर्श की छानबीन की जिनमें कई छेद थे।
मुंबई के एक अदालत कक्ष में मंगलवार को फाइलों के ढेर पर अचानक सांप दिख गया। इससे कार्यवाही करीब एक घंटे तक बाधित हुई। मुलुंड में मजिस्ट्रेट अदालत के कक्ष नंबर 27 में दोपहर तक कामकाज सामान्य था, लेकिन तभी एक पुलिसकर्मी ने फाइल के ढेर खंगालते समय 2 फुट लंबा एक सांप देखा। अदालत कक्ष में मौजूद वकील ने बताया कि इस घटना से वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई, जिसके कारण न्यायाधीश को सुनवाई कुछ समय के लिए रोकनी पड़ी।
वकील ने बताया कि सांप पकड़ने वालों को बुलाया गया। उन्होंने पुरानी फाइल से भरे अदालत कक्ष और दीवारों व फर्श की छानबीन की जिनमें कई छेद थे। वकील ने कहा कि सांप तो नहीं मिला। ऐसा हो सकता है कि वह कमरे के किसी छेद में घुस गया हो। एक घंटे बाद अदालत की कार्यवाही फिर से शुरू हुई। वकील बिस्वरूप दुबे ने बताया कि पेड़-पौधों से घिरे इस अदालत कक्ष में सांप दिखने की एक पहली घटना नहीं है। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले अदालत कक्ष की खिड़की पर एक सांप देखा गया था। एक सांप दो महीने पहले न्यायाधीश के चैंबर में देखा गया था।
सर्पदंश के इलाज संबंधी याचिका पर एससी ने क्या कहा
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इसी महीने केंद्र और अन्य से उस याचिका पर जवाब मांगा था, जिसमें पीड़ितों की जान बचाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में एंटीवेनम व सर्पदंश का इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। एंटीवेनम का इस्तेमाल सर्पदंश का इलाज करने के लिए होता है। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति जताते हुए केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा। पीठ ने कहा, ‘नोटिस जारी किया जाता है और 4 सप्ताह में जवाब दें।’